नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों को चुनाव आयोग से एक बार फिर सिरे से खारिज कर दिया है। राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने हाल के लोकसभा चुनाव में वोट हटाए जाने का दावा किया।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर गंभीर सवाल उठाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद चुनाव आयोग ने एक्स प्लेटफॉर्म पर बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी के आरोप बेबुनियाद और गलत हैं।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि कोई भी वोट किसी व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन नहीं हटाया जा सकता, जैसा कि राहुल ने दावा किया। आयोग ने यह भी कहा कि किसी भी वोट को हटाने से पहले संबंधित व्यक्ति को अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जाता है और बिना इस प्रक्रिया के कोई वोट नहीं कटता। इससे पहले 7 अगस्त को भी राहुल ने इसी तरह के आरोप लगाए थे, जिनका आयोग ने जवाब दिया था।
राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी दावा किया कि कर्नाटक की आलंद सीट से पिछले चुनाव में 6018 वोट हटाए गए। इस पर आयोग ने जवाब दिया कि 2023 में आलंद विधानसभा क्षेत्र में वोटर सूची से कुछ नाम हटाने की कोशिश हुई थी, लेकिन यह सफल नहीं हुई।
इस मामले में आयोग के एक अधिकारी ने स्वयं एफआईआर दर्ज की थी। रिकॉर्ड के मुताबिक, आलंद सीट 2018 में भाजपा के सुभाध गुट्टेदार और 2023 में कांग्रेस के बीआर पाटिल ने जीती थी।
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