रायपुर। पामगढ़ की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश का रेत माफिया के साथ बातचीत का एक ऑडियो वायरल (Audio Viral) हो रहा है। इस ऑडियो की द लेंस पुष्टि नहीं करता है, लेकिन इस कथित वायरल ऑडियो में विधायक रेत माफिया से पैसों की डील कर रही हैं। इस बातचीत में कलेक्टर और एसडीएम को भी दो-दो लाख रुपए में सेट करने की बात कही गई है। इसके अलावा मंथली रकम तय करने की भी बात हुई है।
हालांकि इस ऑडियो के वायरल होने के बाद विधायक हरबंश 3 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही हैं।
वायरल कथित ऑडियो में विधायक किसी रोशन नाम के व्यक्ति से बात कर रहीं हैं। इस बातचीत में अवैध रेत खनन से जुड़ी बातचीत हो रही है। करीब 6 अलग-अलग ऑडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें कलेक्टर, एसडीएम, राघवेंद्र, डब्बू भैया को रकम देने की बात हो रही है।
ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि विधायक ने अपने लिए 5 लाख, कलेक्टर और एसडीएम के लिए 2-2 लाख, किसी राघवेंद्र के लिए एक लाख रुप हर महीने देने की बात कह रही हैं। बातचीत में यह तय हुआ है कि कलेक्टर और एसडीएम से अवैध रेत खनन की अनुमति विधायक ने ही दिलाई है। कलेक्टर और एसडीएम के हिस्से के 4 लाख हर महीने विधायक को ही लेना था और उन्हें आगे बढ़ाना था।
शुरु में रोशन 5 लाख रुपए विधायक के बिलासपुर स्थित घर में छोड़े, जिसमें से दो लाख एसडीएम के थे और 3 विधायक के। शुरुआत में अपने हिस्से से ही विधायक ने कलेक्टर को रकम देने की बात कही थी।
इस बातचीत में राघवेंद्र का नाम आ रहा है, उसे कांग्रेस से ही जुड़ा नेता बताया जा रहा है, जो पूर्व उपाध्यक्ष रहे हैं।
ऑडियो वायरल होने के बाद इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। भाजपा इसमें हमलावर हो गई है, क्योंकि अब तक कांग्रेस बीजेपी के विधायकों पर अवैध रेत खनन में शामिल होने का आरोप लगाती रही है।
इस मामले में कांग्रेस की तरफ से बयान आया है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि उनकी शेषराज हरवंश जी से बात हुई। उन्होंने वायरल ऑडियो में हुई बातचीत से इंकार किया है। ऐसे कोई भी बातचीत शेषराज हरवंश की नहीं हुई है। वे लगातार अपने क्षेत्र में रेत माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाती रहीं हैं, इसलिए ये साजिश उनके खिलाफ रची गई है।
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