[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
यह देश की आधी आबादी की सबसे पावरफुल जीत है
जिंदाबाद लड़कियों… क्रिकेट विश्व कप जीत कर भारत ने रचा इतिहास
छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के रहवासी अपनी समस्याओं को लेकर अध्यक्ष के बंगले के सामने प्रदर्शन
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीसरे टी20 में 5 विकेट से मात दी, सीरीज में 1-1 की बराबरी
छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा भवन के शिलापट्ट पर नेता प्रतिपक्ष का नाम नहीं, कांग्रेस ने उठाये सवाल
मोदी के कार्यक्रम में क्यों नहीं गए वीरेंद्र पांडे ?
छत्तीसगढ़ में गौ मांस मिलने से हड़कंप, मृत गाय का मांस काटकर बेचने के आरोप में केस दर्ज
अत्यधिक गरीबी खत्म करने वाला देश का पहला राज्य बना केरल, प्लानिंग के तहत मिली सफलता
तूफान मोन्था का असर खत्म,मौसम का मिजाज बदला, अब बढ़ेगी ठंड
पंजाब में अखबारों पर रोक, पुलिस ने कहा सुरक्षा कारणों से रातभर करनी पड़ी चेकिंग, ड्राइवरों के फोन जब्त
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

अडानी से संबंधित वीडियो पर रोकः सवाल अभिव्यक्ति की आजादी का

Editorial Board
Editorial Board
Published: September 17, 2025 10:20 PM
Last updated: September 18, 2025 8:51 AM
Share
Adani Group
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कुछ स्वतंत्र डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म और यूट्यूब चैनल के जरिये स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों और यूट्यूबरों को देश के दिग्गज औद्योगिक समूह अडानी ग्रुप से संबंधित वीडियो हटाने का निर्देश बहुत परेशान करने वाला है और सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है।

इनमें न्यूजलॉन्ड्री, द वायर जैसे प्लेटफार्म और रवीश कुमार, अजीत अंजुम, ध्रुव राठी और आकाश बनर्जी जैसे नाम शामिल हैं, जिन्हें 36 घंटे के भीतर कुल 138 वीडियो और 83 इंस्टाग्राम पोस्ट हटाने के निर्देश दिए गए हैं।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसके लिए छह सितंबर के दिल्ली की एक अदालत के फैसले को आधार बनाया है, जिसने जाने-माने स्वतंत्र पत्रकार परंजयगुहा ठाकुरता सहित कुछ अन्य लोगों के खिलाफ अडानी समूह की मानहानि से संबंधित याचिका पर उनका पक्ष सुने बगैर एकतरफा जारी किया है।

अडानी समूह का आरोप है कि ये पत्रकार और सोशल एक्टिविस्ट देश को प्रभावित करने के इरादे से उसे बदनाम कर रहे हैं और ऊर्जा और इफ्रांस्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को प्रभावित करना चाहते हैं। निश्चित रूप से यदि किसी रिपोर्ट या वीडियो में इरादतन अडानी समूह को निशाना बनाया गया हो, तो उस पर अदालती प्रक्रिया के जरिये कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन अडानी समूह के सिर्फ जिक्र के आधार पर ढेर सारे वीडियो और पोस्ट हटाने का आदेश संवैधानिक सवाल खड़ा करता है।

जिन मीडिया समूहों को और पत्रकारों को यह निर्देश मिला है, उनमें से कई का तो यहां तक कहना है कि उन्हें तो कुछ ऐसे वीडियो भी हटाने के लिए कहा गया है, जिनमें राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं से लिए गए इंटरव्यू में संबंधित औद्योगिक समूह का जिक्र भर आया है। यहां तक कि इनमें ऐसी रिपोर्ट्स भी शामिल हैं, जिनमें कुछ नेताओं के भाषण के अंश हैं!

यह आदेश इसलिए भी पीड़ादायक है, क्योंकि केंद्र में आज ऐसी सरकार बैठी है, जो हमेशा कांग्रेस पर हमले के लिए 1975 के आपातकाल को हथियार की तरह इस्तेमाल करती है, जब प्रेस पर सेंसरशिप लागू कर दी गई थी। भारतीय लोकतंत्र का वह ऐसा काला अध्याय है, जिसे सबक की तरह लिया जाना चाहिए।

प्रेस की स्वतंत्रता पर मनमाना अंकुश किसी भी लोकतंत्र की सेहत के लिए ठीक नहीं है। संविधान से बड़ा कोई नहीं हो सकता, चाहे वह कोई कितना ही बड़ा उद्योगपति क्यों न हो। हैरत तो इस बात की है कि खुद प्रधानमंत्री मोदी अक्सर अपने भाषणों में जिक्र करते हैं कि उनकी कितनी आलोचनाएं होती है, उन्हें गालियां दी जाती हैं, लेकिन यदि उस आधार पर मानहानि के मुकदमे दायर होने लगें, तो अदालतें मामलों से अट जाएंगीं।

यहां यह भी याद दिलाने की जरूरत है कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू ने उस समय के मशहूर कार्टूनिस्ट शंकर से कहा था, डोन्ट स्पेयर मी शंकर (शंकर मुझे मत बख्शना)!

यह भी पढ़ें : सूचना प्रसारण मंत्रालय ने अडानी के खिलाफ 138 वीडियो और 83 इंस्टाग्राम पोस्ट हटाने का आदेश दिया

TAGGED:AdaniEditorialLens Sampadakiyasupreme court
Previous Article NHM सरकार का फाइनल अल्टीमेटम नहीं माना, 200 NHM कर्मचारी बर्खास्त, कल जेल भरो आंदोलन
Next Article Seva Pakhwada CM साय ने किया सेवा पखवाड़ा का आगाज, कहा – आदि कर्मयोगी लाएंगे जनजातीय गांवों में जमीनी बदलाव
Lens poster

Popular Posts

Kerala suicide: The unspoken reality of cults

The suicide of Mr Anandu Aji, a 26 year old software engineer from Kerala, due…

By Editorial Board

पाकिस्तान के एटमी हथियारों की निगरानी करे IAEA, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसा क्यों कहा

द लेंस डेस्‍क। (IND-PAK Tension) पहलगाम आंतकी हमले और ऑपेरशन सिंदूर के बाद जम्मू-कश्मीर में…

By The Lens Desk

रावतपुरा विवि में फर्जी सिलेबस और PWD भर्ती परीक्षा में धांधली के खिलाफ NSUI का राजभवन मार्च

रायपुर। श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में चल रहे फर्जी पाठयक्रम और पीडब्ल्यूडी भर्ती परीक्षा में…

By Lens News

You Might Also Like

Nanki Ram Kanwar
लेंस संपादकीय

ननकी राम के साथ हाउस अरेस्ट लोकतांत्रिक उम्मीदें भी

By Editorial Board
Voter deletion
English

Aland voter deletion : more than political games

By Editorial Board
Nishikant Dubey and SY Qureshi controversy
देश

‘भारत संवैधानिक संस्थाओं और सिद्धांतों के लिए लड़ता रहेगा’, निशिकांत के बयान पर कुरैशी का पलटवार

By आवेश तिवारी
पंजाब पुलिस
देश

पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सीजेआई पर निशाना बनाने वाले सौ से ज्यादा हैंडल्स पर एफआईआर

By आवेश तिवारी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?