Anti Naxal Operation: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की मटाल पहाड़ियों में गुरुवार को सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद शुक्रवार सुबह सबसे चुनौतीपूर्ण काम था दुर्गम इलाके से 10 मारे गए माओवादियों के शवों को मुख्यालय तक पहुंचाना। कठिनाई को देखते हुए दो हेलीकॉप्टर बुलाए गए और शवों को हवाई मार्ग से ही एयरलिफ्ट किया गया। इन माओवादियों पर तीन राज्यों की सरकारों ने कुल 3 करोड़ 4 लाख रुपये का इनाम घोषित था।


मुठभेड़ में 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थीं जिनमें आईईडी व हथियार सप्लाई की जिम्मेदारी संभालने वाले तकनीकी विशेषज्ञ भी थे। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शवों की शिनाख्त के बाद इन्हें रायपुर भेजा जाएगा। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार मिले हैं, जो माओवादियों के तकनीकी व महिला दस्ते को कमजोर करने वाला झटका माना जा रहा है।

इलाके में कई आईईडी निष्क्रिय किए गए और माओवादी ठिकानों से हथियारों से लदा एक बड़ा बॉक्स जब्त हुआ। कोबरा बटालियन ने भाग रहे 5 अन्य माओवादियों को भी घेर लिया था। यह कार्रवाई माओवाद के खिलाफ केंद्र सरकार के ‘2026 तक नक्सलवाद मुक्त भारत’ अभियान का हिस्सा है। हाल के आंकड़ों के मुताबिक 2025 में छत्तीसगढ़ में अब तक 100 से ज्यादा माओवादी मारे गए हैं।