लखनऊ। UP traffic: यूपी में वाहन चालकों के साथ यातायात पुलिस के दुर्व्यवहार का मामला गृह विभाग की बैठक में सामने आया है। जिसके बाद महानिदेशक यातायात एवं सड़क सुरक्षा को प्रदेश भर के अधिकारियों को निर्देश जारी करना पड़ा।
यातायात पुलिस पर अवैध वसूली के आरोप लगते रहते हैं, जिसकी खबरें भी मीडिया में आती रहती हैं। माना जा रहा है सरकार और उच्च अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है। जिसके बाद गृह विभाग की बैठक में भी इस मामले को उठाया गया।
निर्देश में साफ कहा गया है 4-5 की संख्या में पुलिसकर्मी एक साथ गैर जिलों और राज्यों के वाहनों पर टूट पड़ते हैं, जिससे पुलिस की छवि खराब हो रही है।

यातायात एवं सड़क सुरक्षा के महानिदेशक के सत्यनाराणा ने जारी निर्देश में सख्त हिदायत दी। जारी निर्देश में कहा गया है विभाग ने पाया है कि कई चौराहों पर 4-5 यातायात पुलिसकर्मी एक जगह इकट्ठा होकर बाहरी जिलों या अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों पर एक साथ कार्रवाई करते हैं। इनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है, चाहे वाहन में बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग या डॉक्टर सवार हों। कैमरों की मौजूदगी को भी नजरअंदाज किया जाता है।
इससे आम लोगों में पुलिस की छवि खराब हो रही है। के सत्यनाराणा ने कहा है कि यातायात नियम तोड़ने वालों के खिलाफ मोटर अधिनियम के तहत सही कार्रवाई करें, लेकिन बाहरी वाहनों और आम लोगों के साथ अच्छा व्यवहार रखें। कोई दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा।
अगर ऐसी शिकायतें मिलती हैं, तो संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश सभी जोनल, परिक्षेत्रीय अधिकारियों और यातायात विभाग के उपायुक्तों को भी भेजा गया है।