लेंस इंंटरनेशनल डेस्क। नेपाल में हालात तनावपूर्ण (Nepal Protest) हो गए हैं। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है। सोशल मीडिया बैन के खिलाफ शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन अब भ्रष्टाचार और शासन के खिलाफ व्यापक विरोध में बदल गया है।
सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। काठमांडू में कर्फ्यू लागू है सेना तैनात की गई है लेकिन प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री झालनाथ खनाल के घर में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी. उनकी पत्नी रबिलक्षमी पेंटर की मौत हो गयी है। एक अन्य पूर्व प्रधानमंत्री देउबा की पत्नी और नेपाल की विदेश मंत्री को पीटा।
इस बीच नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिग्देल जल्द ही देश की जनता को संबोधित करेंगे। यह भाषण ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री सहित देश के ज्यादातर वरिष्ठ अधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। काठमांडू में 8 सितंबर को प्रदर्शन के दौरान गोली चलाने का आदेश देने वाले डीएसपी को प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने मार डाला . मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना ने प्रशासन का कामकाज संभाला।
GEN Z प्रदर्शनकारियों ने नेपाली समाचार पत्र कांतिपुर के ऑफिस में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर सिंह देउबा के घर में घुसकर पिटाई की।
पूर्व पीएम शेर बहादुर देउबा और वित्त मंत्री पर हमला, ओली का इस्तीफा
काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर में घुसकर उनकी पिटाई की। वहीं वित्त मंत्री विष्णु पोडौल को उनके घर के पास दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक प्रदर्शनकारी वित्त मंत्री के सीने पर लात मारता दिख रहा है।

इन हिंसक घटनाओं के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है और सेना के हेलिकॉप्टर से उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। हिंसा में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है और 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्रियों पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, शेर बहादुर देउबा और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घरों में आग लगा दी।

नेपाल में हिंसा के बीच भारत सरकार की सलाह: नेपाल यात्रा से बचें
नेपाल में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने नागरिकों को नेपाल की यात्रा न करने की सलाह दी है। मंत्रालय ने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, नेपाल जाने से परहेज करें। जो भारतीय नागरिक अभी नेपाल में हैं, उन्हें अपने मौजूदा स्थान पर ही रहना चाहिए, सड़कों पर न निकलें और पूरी सतर्कता बरतें। साथ ही, नेपाल के स्थानीय प्रशासन और काठमांडू में भारतीय दूतावास के दिशानिर्देशों का पालन करें। आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए काठमांडू में भारतीय दूतावास के हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें: +977-9808602881, +977-9810326134।
नेपाली सेना का संदेश: देश की एकता और शांति बनाए रखें
नेपाल की सेना ने कहा कि हम हर हाल में देश की स्वतंत्रता, एकता और नागरिकों की जान-माल की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। जेन Z आंदोलन से जुड़ी घटनाओं पर सेना की पैनी नजर है। प्रदर्शनों में हुए जान-माल के भारी नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सेना ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके परिवारों के प्रति संवेदना जताई। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
सेना ने भरोसा दिलाया कि नेपाल और इसके लोगों की भलाई के लिए वे हर समय तत्पर हैं। कठिन परिस्थितियों में देश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राष्ट्रीय धरोहरों को संरक्षित करना सभी की जिम्मेदारी है। सेना ने युवाओं और सभी नागरिकों से अपील की कि आपसी भाईचारा और राष्ट्रीय एकता को मजबूत रखें।
नेपाल: RSP नेता रबि लामिछाने जेल से रिहा
नेपाल की राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) के अध्यक्ष रबि लामिछाने को ललितपुर की नक्खू जेल से रिहा कर दिया गया है। उन्हें 18 अक्टूबर 2024 को धोखाधड़ी के एक मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद जेल भेजा गया था। जेल प्रशासन ने कहा कि वे उनकी सुरक्षा की गारंटी नहीं ले सकते। इसके बाद उनकी पत्नी निकिता पौडेल ने निजी तौर पर जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें जेल से रिहा करवाया।

नेपाल में हिंसक प्रदर्शन: एयर इंडिया ने दिल्ली-काठमांडू उड़ानें रद्द कीं
नेपाल में लगातार दूसरे दिन चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण एयर इंडिया ने मंगलवार को दिल्ली से काठमांडू और काठमांडू से दिल्ली आने वाली कई उड़ानों को रद्द कर दिया। रद्द की गई उड़ानों में AI2231/2232, AI2219/2220, AI217/218, और AI211/212 शामिल हैं, जो आज संचालित नहीं होंगी। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया, “काठमांडू में अस्थिर स्थिति के चलते ये उड़ानें रद्द की गई हैं। हम हालात पर नजर रख रहे हैं और जल्द ही नया अपडेट साझा करेंगे। यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”

नेपाल में उग्र प्रदर्शन: काठमांडू और कांतिपुर में मीडिया संस्थानों में तोड़फोड़
काठमांडू और कांतिपुर में सरकार के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के दूसरे दिन भी उग्रता बढ़ने के कारण प्रदर्शनकारियों ने कई मीडिया संस्थानों में तोड़फोड़ की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना ने प्रशासन का कामकाज संभाला।

नेपाल में घोटाले और सियासी उथल-पुथल: जनता का गुस्सा चरम पर
पिछले चार सालों में नेपाल में तीन बड़े घोटालों ने जनता का भरोसा तोड़ा है। 2021 में 54,600 करोड़ रुपये का गिरी बंधु भूमि स्वैप घोटाला, 2023 में 13,600 करोड़ रुपये का ओरिएंटल कोऑपरेटिव घोटाला और 2024 में 69,600 करोड़ रुपये का कोऑपरेटिव घोटाला सामने आया। इन घोटालों ने खासकर युवाओं में सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ा दिया है। सियासी अस्थिरता ने भी स्थिति को और बिगाड़ा।

पिछले पांच साल में तीन सरकारें बदलीं
जुलाई 2021 में शेर बहादुर देउबा प्रधानमंत्री बने, दिसंबर 2022 में पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने सत्ता संभाली और जुलाई 2024 से केपी शर्मा ओली सत्ता में आए। इस बार-बार बदलते नेतृत्व ने देश में अस्थिरता को और बढ़ाया है।
क्या है पूरा मामला?
नेपाल सरकार ने हाल ही में फेसबुक, यूट्यूब, एक्स, इंस्टाग्राम सहित 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार का कहना था कि इन प्लेटफॉर्म्स ने नेपाल के संचार मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। इस बैन के खिलाफ खासकर युवा सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यह बैन अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 19 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद आंदोलन और उग्र हो गया।
सोशल मीडिया बैन हटा, लेकिन गुस्सा बरकरार
प्रदर्शनकारियों के दबाव में सरकार ने सोमवार देर रात एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक के बाद सोशल मीडिया बैन हटा लिया। हालांकि इससे जनता का गुस्सा शांत नहीं हुआ। मंगलवार को भी काठमांडू के कालंकी बनेश्वर और ललितपुर के चपगांव-थेचो इलाकों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। उन्होंने टायर जलाए, सड़कें जाम कीं और नारे लगाए जैसे “केपी चोर, देश छोड़” और ‘भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई करो’।

मंत्रियों का इस्तीफा
गृह मंत्री रमेश लेखक, कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने सरकार के प्रदर्शनकारियों के प्रति रवैये और हिंसा को कारण बताते हुए इस्तीफा दिया। सूचना मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर पर पथराव और आगजनी हुई। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के घर पर भी हमला हुआ। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के आवास पर कब्जा कर लिया और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (UML) के दफ्तर में आग लगा दी।
पीएम ओली का बयान
प्रधानमंत्री ओली ने हिंसा पर दुख जताते हुए कहा, “Gen-Z के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा से मुझे गहरा दुख है। हमारा मानना था कि युवा शांतिपूर्वक अपनी बात रखेंगे, लेकिन कुछ स्वार्थी तत्वों ने हिंसा भड़काई। सरकार सोशल मीडिया बैन के खिलाफ नहीं है। इस घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई जाएगी, जो 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी।”
उन्होंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है और सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि सूचना मंत्री गुरुंग ने साफ कहा कि ओली इस्तीफा नहीं देंगे। दूसरी ओर कुछ खबरों में दावा किया जा रहा है कि ओली इलाज के बहाने दुबई जा सकते हैं।

विपक्ष और जनता का गुस्सा
विपक्षी दलों, खासकर नेपाली कांग्रेस और CPN (माओवादी सेंटर) ने ओली के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है। काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने ओली को “आतंकवादी” तक कह दिया। प्रदर्शनकारी भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और “नेपो किड्स” (नेताओं के बच्चों की शानो-शौकत) के खिलाफ नाराज हैं।

भारत की प्रतिक्रिया और सीमा पर सतर्कता
भारत के विदेश मंत्रालय ने नेपाल की स्थिति पर चिंता जताई है। मंत्रालय ने कहा, “हम हिंसा में युवाओं की मौत से दुखी हैं। नेपाल हमारा करीबी दोस्त और पड़ोसी है। हम सभी पक्षों से शांति और बातचीत की अपील करते हैं।” नेपाल से सटी भारतीय सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने और स्थानीय नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नेपाल सरकार और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की है।
नेपाल में हालात तनावपूर्ण हैं। काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर में कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शन जारी हैं। सेना की तैनाती के बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आ रही। विपक्ष और जनता के दबाव के बीच ओली सरकार पर संकट गहरा गया है। क्या ओली इस्तीफा देंगे या स्थिति को संभाल पाएंगे? यह सवाल पूरे नेपाल में चर्चा का विषय बना हुआ है। हम इस खबर की अपडेट्स देते रहेंगे।