रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय राजीव भवन (Rajiv Bhawan) में अचानक प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पहुंचने से हड़कंप मच गया। ईडी की टीम शंकर नगर स्थित प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय पहुंची। ईडी के अफसरों के हाथों शराब घोटाले के कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट की कॉपी थी, जो उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदु को दी और लौट गई।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच कर रही ईडी ने इस केस में पूर्व आबकारी मंत्री और विधायक कवासी लखमा को भी आरोपी बनाया गया है। लखमा पर आरोप है कि हर महीने घोटाले की करीब 2 करोड़ रुपए की रकम कवासी लखमा तक पहुंचाई जाती थी।
जांच में इस संबंध में तथ्य सामने आने के बाद ईडी ने कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला था कि सुकमा का जो कांग्रेस भवन है, उसके लिए कवासी लखमा ने जो रकम दी थी, वह भी शराब घोटाले के ही थे। इस पर सुकमा कांग्रेस भवन को ईडी ने अटैच कर लिया है।
ईडी के कांग्रेस भवन आने पर प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदु ने कहा कि ईडी के अफसर चालान की कॉपी लेकर आए थे। उन्होंने चालान की कॉपी दफ्तर में दी और फिर लौट गए। इसके अलावा किसी से कोई पूछताछ या जानकारी अफसरों ने नहीं ली है।
यह भी पढ़ें : ED ने सुकमा का राजीव भवन, पूर्व मंत्री कवासी और उनके बेटे हरीश लखमा की करोड़ो की प्रॉपर्टी की अटैच