रायपुर। निजी मेडिकल कॉलेजों को घूस लेकर फर्जी तरीके से मान्यता देने के मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की चार्जशीट में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सीबीआई की चार्जशीट में गुजरात के स्वामी नारायण मेडिकल कॉलेज का नाम सामने आया है। इसी कॉलेज से जुड़े एक स्वामी भक्त वत्सलदास ने रावतपुरा मेडिकल कॉलेज में सीट बढ़ाने के लिए रिश्वतखोरी की डील कराई थी। 50 लाख रुपए की यह डील हुई थी।
सीबीआई की चार्जशीट में इस बात का जिक्र है कि रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर अतुल तिवारी की स्वामी भक्त वत्सलदास से बात हुई थी। भक्त वत्सलदास से हुई बातचीत की रिपोर्ट अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज उर्फ रावतपुरा सरकार को दी थी। रावतपुरा सरकार से बातचीत में अतुल तिवारी भक्त वत्सलदास को बार-बार ‘स्वामी जी’ कहकर संबोधित कर रहे थे।
चार्जशीट में लिखा है कि अतुल तिवारी ने पंकज नत्थवानी से ऐसे शख्स के बारे में जानकारी मांगी, जो नेशनल मेडिकल काउंसिल की निरीक्षण दल के बारे एडवांस गोपनीय जानकारी दे सके। इस पर पंकज नत्थवानी स्वामी भक्त वत्सलदास का मोबाइल नंबर दिया था।
स्वामी वत्सलदास, अतुल तिवारी और रविशंकर महाराज की बातचीत की रिपोर्ट
अतुल तिवारी ने स्वामी भक्त वत्सल दास से उनके मोबाइल नंबर 9879614190 पर 26 मई 2025 को वाट्सएप पर बात की थी। इसके बाद अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को बताया कि उन्होंने ‘स्वामी जी’ से बात की और उन्होंने सीटें बढ़ाने और पीजी के लिए ’50’ कोट किया है।
अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को आगे बताया कि ‘स्वामी जी’ ने प्रति सीट 3 लाख रुपये कोट किए हैं। बातचीत करने पर यह घटकर 2 लाख रुपये प्रति सीट हो सकता है।
अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को बताया कि ‘स्वामी जी’ ने गुजराती शख्स मयूर रावल को विश्वसनीय व्यक्ति है। उन्हें बाद में यानी कि काम के बाद भुगतान कर सकते हैं।
अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को आगे बताया कि ‘स्वामी जी’ ने अपने काम के लिए 50 किलो चावल (50 लाख रुपये) का भुगतान किया है। गुजराती व्यक्ति के एनएमसी में अच्छे संबंध हैं। रविशंकर महाराज के साथ इस कॉल में, अतुल तिवारी ने स्पष्ट किया है कि एक किलो चावल का मतलब लाख रुपये होता है।
अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को सूचित किया कि 2 लाख रुपये प्रति सीट की दर से कुल 2 करोड़ रुपये बनते हैं, जो उनके (SRIMSR) लिए ज्यादा है। रविशंकर महाराज ने यह भी बताया कि यह ज्यादा राशि है। रविशंकर महाराज ने 100 सीटों के बारे में पूछा और पूछा कि क्या यह 100 में किया जा सकता है?
रविशंकर महाराज ने अतुल तिवारी से 25 लाख से 50 लाख रुपये तक की रकम पर बातचीत करने को कहा। अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज से कहा कि वे मूल्यांकन की तिथि और मूल्यांकनकर्ताओं के नाम के लिए राशि मांगेंगे और रविशंकर महाराज इसके लिए सहमत हो गए। रविशंकर महाराज ने मूल्यांकन की तारीख पता करने की बात दोहराई और बताया कि वे मूल्यांकन की तिथि के अनुसार राशि का भुगतान करेंगे।
पढ़िए बातचीत के अंश

जांच से यह भी पता चला है कि अतुल तिवारी ने 26.05.2025 को 21:49:42 पर मयूर रावल और भक्त वत्सल दास से वाट्सएप कॉन्फ्रेंस कॉल पर एनएमसी मूल्यांकन की तारीख और मूल्यांकनकर्ताओं के नाम तय करने के लिए रिश्वत की राशि पर बातचीत की थी। अतुल तिवारी ने 26.05.2025 को भक्त वत्सल दास से कई बार बात की। इसके बाद भक्त वत्सलदास ने मयूर रावल का मोबाइल नंबर अतुल तिवारी को भेजा।
जांच से यह भी पता चला है कि उपरोक्त वाट्सएप कॉन्फ्रेंस कॉल, मयूर रावल और भक्त वत्सल दास के साथ आगे की बातचीत के बाद, अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को फोन किया और बताया कि ‘स्वामी जी’ ने उनकी ओर से बिचौलिए (मयूर रावल) से यह कहकर बातचीत करने की कोशिश की कि उन्हें केवल निरीक्षण तिथि आदि चाहिए और उन्होंने 15-20 लाख में काम करने को कहा। लेकिन बिचौलिए (मयूर रावल) ने इनकार कर दिया कि वह 50 लाख से कम में काम नहीं कर सकता। इसके अलावा, अतुल तिवारी ने रविशंकर महाराज को बताया कि स्वामी जी ने बातचीत के बाद फिर से फोन किया और बताया कि उक्त व्यक्ति (मयूर रावल) ने उनसे अधिक राशि ले ली है, इसलिए वह उनके सामने राशि कम नहीं करेंगे।
बातचीत के अंश

चार्जशीट में बातचीत के आधार पर सीबीआई ने दावा किया है कि गुजरात के स्वामी नारायण मेडिकल कॉलेज के भक्त वत्सलदास ने रावतपुरा मेडिकल कॉलेज के अतुल तिवारी और इस रिश्वतखोरी के बिचौलिए मयूर रावल के बीच संपर्क कराया और इसके बाद ही रिश्वत देकर नेशनल मेडिकल काउंसिल की निरीक्षण दल की सूचना मिलने का षड्यंत्र रचा था।
आपको बता दें कि सीबीआई ने अपने चालान में यह खुलासा किया है कि छत्तीसगढ़ के रायपुर के रावतपुरा मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन रविशंकर महाराज यानी कि रावतपुरा सरकार, रिटायर्ड आईएफएस और रेरा चेयरमैन संजय शुक्ला और रायपुर मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अतिन कुंडू इस घूस कांड के षड्यंत्र में शामिल थे।
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इस रिश्वतखोरी कांड में फंसे रेरा के चेयरमैन संजय शुक्ला से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट TheLens के YouTube पेज में देखें