नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के विजेताओं को संबोधित करते हुए जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में होने वाले नए बदलावों के कई फायदे गिनाए उन्होंने कहा कि ये सुधार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे और आम लोगों के जीवन को आसान करेंगे। साथ ही उन्होंने पुरानी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पहले के समय में टैक्स का बोझ बहुत ज्यादा था। ये बदलाव 22 सितंबर से शुरू होंगे। MODI ON GST
पीएम मोदी ने कहा कि आज की तेज बदलती दुनिया में अगर हम समय के साथ कदम न मिलाएं तो भारत को वैश्विक स्तर पर अपनी सही जगह नहीं मिल पाएगी। उन्होंने 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए अपने भाषण का जिक्र किया जहां उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के लिए अगले दौर के सुधारों की बात कही थी। उन्होंने वादा भी किया था कि दिवाली और छठ पूजा से पहले लोगों को दोहरी खुशियां मिलेंगी।
इन सुधारों को नवरात्रि के पहले दिन लागू करने की वजह बताते हुए पीएम ने कहा कि ये बदलाव ‘मां की शक्ति’ से जुड़े हैं। इससे महिलाओं और परिवारों को विशेष लाभ होगा। जीएसटी को और ज्यादा आसान बनाने का यह कदम देश के विकास को नई गति देगा।
जीएसटी अब और सरल, दिवाली पर दोगुनी रौनक
आठ साल पहले जीएसटी की शुरुआत हुई थी जो आजादी के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक बदलाव था। पीएम मोदी ने कहा कि पहले कई दशकों से इसकी चर्चा होती थी लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठा। अब जीएसटी 2.0 के तहत टैक्स सिस्टम को सरल बनाया गया है। 22 सितंबर से ये लागू होने से कई चीजों पर टैक्स कम हो जाएगा जिससे धनतेरस और दिवाली की खरीदारी सस्ती हो जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सुधार सपोर्ट और विकास की दोहरी ताकत देंगे। एक तरफ आम आदमी का पैसा बचेगा, दूसरी तरफ पूरी अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी।
पीएम ने बताया कि 21वीं सदी के भारत में ये जीएसटी सुधार हर परिवार के लिए वरदान साबित होंगे। गरीब, नई मध्यम वर्ग, मध्यम वर्ग की महिलाएं, छात्र, किसान और युवा सभी को कम टैक्स से बड़ा लाभ मिलेगा। रोजमर्रा की चीजें सस्ती होने से खर्च कम होगा और जीवन स्तर सुधरेगा।
पीएम ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2014 से पहले रसोई के सामान खेती के औजार, दवाइयां और यहां तक कि जीवन बीमा पर भी कई तरह के टैक्स लगाए जाते थे। अगर वही सिस्टम होता, तो 100 रुपये की चीज खरीदने पर 20-25 रुपये टैक्स देना पड़ता। पीएम मोदी ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलाव के बिना प्रगति संभव नहीं।