[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

उत्तर भारत में बाढ़ से तबाहीः दूरगामी नीतियों की जरूरत

Editorial Board
Editorial Board
Published: September 3, 2025 9:22 PM
Last updated: September 3, 2025 9:22 PM
Share
Polycrisis
SHARE

उत्तर भारत का बड़ा हिस्सा पिछले कुछ दिनों से भीषण बारिश और बाढ़ से प्रभावित है, जहां तुरंत बड़ी राहत की जरूरत है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य अपनी विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों के कारण बारिश के मौसम में भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं के कारण तबाही देखते आए हैं।

इन पहाड़ी राज्यों में प्रकृति की भयावह तबाही की कीमत पर हो रहे विकास का असर साल दर साल देखा जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से खासतौर से पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ की वजह से जैसे हालात बन गए हैं, वह पूरे तंत्र की चौतरफा नाकामियों को भी उजागर कर रहे हैं।

पंजाब में दशकों बाद ऐसी बाढ़ आई है, जिसकी वजह से राज्य के सभी 23 जिलों को राज्य सरकार ने बाढ़ पीड़ित घोषित कर दिया है। सतलुज, राबी और ब्यास सहित राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफन रही हैं। पंजाब के बड़े हिस्से के लिए जीवनरेखा का काम करने वाले भाखड़ा नंगल बांध में पिछले दो दिनों के दौरान पानी खतरे के निशान से दो फीट नीचे 1678 फीट तक पहुंच गया है, वहीं एक अन्य प्रमुख पोंग बांध में पानी खतरे के निशान से तीन फीट ऊपर 1393 फीट तक पहुंच गया है।

पंजाब में 3.75 लाख एकड़ की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। यह हालत तब है, जब थोड़े दिनों बाद ही फसल कटाई होनी है। पंजाब की तीन करोड़ में से एक चौथाई आबादी खेती पर निर्भर है और इसका मतलब है कि भारी बारिश और बाढ़ ने लाखों परिवारों के लिए आजीविका का संकट पैदा कर दिया है।

ध्यान रहे, फसल के साथ बहुत से मवेशी भी बाढ़ के पानी में बह गए हैं। पहले ही खेती के संकट से जूझ रहे पंजाब पर आई इस आपदा से ग्रामीण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। यही हाल दिल्ली-एनसीआर का है, जिसका संकट अलग तरह का है।

दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ बरसों के दौरान देखा गया है कि थोड़ी-सी बारिश में ही वहां भारी जाम लग जाता है और जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो जाता है, लेकिन अभी पिछले कुछ दिनों की बारिश ने जैसी तबाही मचाई है, वह दिखा रहा है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की व्यवस्था बेतरतीब और मनमाने तरीके से हो रहे निर्माण के कारण कैसे चरमराती जा रही है।

दिल्ली से सटे नोएडा और गुरुग्राम जैसे देश के आईटी हब के रूप में मशहूर शहरों को यों तो आर्थिक तरक्की के मामले में यूरोपीय या अमेरिकी शहरों के समकक्ष माना जाता है, लेकिन ऐसे सारे दावे कुछ घंटों की बारिश में बह गए। ऐसे हालात के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जिसकी वजह से पिछले कुछ वर्षों में चरम मौसम की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।

लेकिन इसके आलावा नौकरशाही की जड़ता, शहर नियोजन की खामियां और मनमाने और बेतरतीब तरीके से हो रहे निर्माण भी बड़ी वजहें हैं। दिल्ली-एनसीआर में एक ओर तो जहां बारिश और बाढ़ के पानी के निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से घंटों जाम लग जाता है, वहीं ऐसे पानी को संचयित करने की व्यवस्था नहीं होने से गर्मियों में इन्हीं इलाकों में गंभीर पेयजल संकट पैदा हो जाता है।

बीते कुछ वर्षों में खासतौर से राजधानी दिल्ली का कायाकल्प कर दिया गया है, जिसके चलते मोदी सरकार की बहुप्रचारित सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत अनेक अंडरपास बनाए गए हैं, लेकिन हालत यह है कि वहां बारिश का पानी भर गया है! हमने कुछ दिनों पूर्व यहां बस्तर की बारिश और बाढ़ से हुई तबाही के बारे में भी लिखा था।

बस्तर से पंजाब तक बारिश और बाढ़ के हालात बता रहे हैं कि हमारी विकास की पटकथा में ऐसी आपदाओं को लेकर दूरगामी नीतियां कहीं नजर नहीं आ रही हैं। खासतौर से पंजाब जैसे समृद्ध माने जाने वाले राज्य की स्थिति राष्ट्रीय संकट की ओर इशारा कर रही है, जहां हालत बदतर होते जा रहे हैं। क्या इस आसन्न संकट की चेतावनी हम सुन रहे हैं?

यह भी देखें: बारिश और बाढ़ से बदहाल बस्तर

TAGGED:Editorialfloodheavy rainNorth India
Previous Article Maratha reservation मराठा आरक्षण: सीएम फडणवीस तो मान गए, लेकिन मंत्री भुजबल क्‍यों हैं नाराज?
Next Article Arun Gawli 17 साल बाद नागपुर सेंट्रल जेल से बाहर आया अरुण गवली, शिवसेना कार्पोरेटर की हत्‍या में मिली थी उम्रकैद
Lens poster

Popular Posts

वो 48 मिनट… जब मिनी स्‍वीटजरलैंड में आती रहीं गोलियाें की आवाजें, पहलगाम आतंकी हमले को टाइम लाइन से समझिए, कब क्‍या हुआ?

पहलगाम आतंकी हमला : श्रीनगर। कश्मीर घाटी के एक संवेदनशील पर्यटक कॉरिडोर में सोमवार दोपहर…

By अरुण पांडेय

छत्तीसगढ़ में सड़क पर उतरे बीएड–डीएड डिग्रीधारी, सरकार से की मोदी की गारंटी पूरी करने की मांग

रायपुर। राजधानी रायपुर में रविवार को बीएड–डीएड डिग्रीधारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है।…

By नितिन मिश्रा

ग़ाज़ा पर ट्रंप का प्रस्ताव मनमाना और अस्वीकार्य

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ग़ाज़ा से 23 लाख फलस्तीनियों को बेदखल करने के…

By The Lens Desk

You Might Also Like

English

No substitute for ethics

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

जमीन पर कहां है निवेश

By The Lens Desk
English

is our debt being used effectively

By Editorial Board
india is united
लेंस संपादकीय

आतंक के खिलाफ एकजुट

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?