[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
जबलपुर पुलिस ने ‘मुस्कान’ अभियान के तहत 73 लापता बच्चों को बचाया, 53 नाबालिग लड़कियां शामिल
महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में ₹82 लाख के इनाम वाले 11 नक्सलियों ने किया सरेंडर
HPZ Token Crypto Investment Scam:  दो चीनी नागरिकों सहित 30 के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अन्‍य राज्‍य

17 साल बाद नागपुर सेंट्रल जेल से बाहर आया अरुण गवली, शिवसेना कार्पोरेटर की हत्‍या में मिली थी उम्रकैद

अरुण पांडेय
अरुण पांडेय
Published: September 3, 2025 9:36 PM
Last updated: September 3, 2025 9:36 PM
Share
Arun Gawli
SHARE

मुंबई। 2007 में हुए एक हत्याकांड के मामले में 17 साल तक जेल में रहने के बाद गैंगस्टर अरुण गवली बुधवार को नागपुर सेंट्रल जेल से रिहा हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने गवली की जमानत याचिका स्वीकार कर ली थी।

शिवसेना के मुंबई पार्षद कमलाकर जामसांडेकर की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट गवली को शीर्ष अदालत ने जमानत दी। जस्टिस एम एम सुंदरेश और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने कहा कि गवली की जमानत याचिका को मंजूरी दी गई है।

जेल की सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद गवली दोपहर करीब साढ़े बारह बजे जेल से बाहर निकला। उसके परिजनों और समर्थकों ने उसका गर्मजोशी से स्वागत किया। गवली के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज था। सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत द्वारा तय शर्तों के आधार पर उसे जमानत प्रदान की।

शीर्ष अदालत ने यह फैसला सुनाया कि गवली, जो कमलाकर जामसांडेकर की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, को जमानत दी जाए। अदालत ने कहा कि गवली 17 साल से ज्यादा समय से जेल में है और उसकी अपील अभी लंबित है।

गवली के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी। उसने बॉम्बे हाई कोर्ट के 9 दिसंबर, 2019 के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें निचली अदालत द्वारा दी गई उम्रकैद की सजा को बरकरार रखा गया था। गवली मुंबई के भायखला इलाके में दगड़ी चॉल से मशहूर हुआ था और अखिल भारतीय सेना संगठन का संस्थापक है।

वह 2004 से 2009 तक चिंचपोकली विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहा। अगस्त 2012 में मुंबई की एक सत्र अदालत ने उसे इस मामले में उम्रकैद और 17 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई थी।

यह भी देखें : सीएम फडणवीस तो मान गए, लेकिन मंत्री भुजबल क्‍यों हैं नाराज?

TAGGED:Arun GawliMumbaiNagpur Central JailShiv Sena corporator murderTop_News
Previous Article Polycrisis उत्तर भारत में बाढ़ से तबाहीः दूरगामी नीतियों की जरूरत
Next Article MP me taalaab choree मध्‍य प्रदेश में किसने चोरी कर लिया तालाब? पता लगाने वाले को मिलेगा इनाम!
Lens poster

Popular Posts

Recognition for the invisibilized

The 2025 international bookers prize is extraordinary in many respects. It is the first time…

By Editorial Board

2 वर्ष की सजा पाने के बाद अब्बास अंसारी की विधायकी गई

लखनऊ। 2022 में उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के…

By Lens News Network

किताब विमोचन:  ‘अनश्वर’ के पन्‍नों में उतरा दलाई लामा का जीवन

नई दिल्ली। प्रसिद्ध नेता और लेखक डॉ. कर्ण सिंह ने बीते दिन दलाई लामा की…

By अरुण पांडेय

You Might Also Like

Adani Group
देश

पत्रकारों पर अडानी के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधात्मक आदेश रद्द

By आवेश तिवारी
Land for job scam
देश

लैंड फॉर जॉब घोटाला : सुप्रीम कोर्ट से लालू यादव को झटका, जारी रहेगा ट्रायल  

By अरुण पांडेय
elephant death
छत्तीसगढ़

तमनार के जंगलों में करंट लगने से हाथी की मौत, वन विभाग ने शुरू की जांच

By दानिश अनवर
Attack on journalist in Raipur
छत्तीसगढ़

रायपुर में पत्रकारों पर हमला करने के मामले में 48 घंटे बाद भी FIR नहीं हुई दर्ज, SSP से की कार्रवाई की मांग

By नितिन मिश्रा

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?