लेंस डेस्क। युद्ध प्रभावितों के लिए राहत सामग्री लेकर गाजा जा रहे Global Sumud Flotilla जहाज को खराब मौसम की वजह से वापस लौटना पड़ा है। यह जहाज स्पेन के बार्सिलोना बंदरगाह से रवाना हुआ था। इस बेड़े में 50 से अधिक जहाज और कम से कम 44 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
भूमध्य सागर में 30 नॉट (लगभग 55.6 किलोमीटर प्रति घंटा) से अधिक की तेज हवाओं के कारण छोटी नौकाओं के लिए खतरा पैदा हो सकता था इसलिए अभियान को फिलहाल के लिए टालना पड़ा।
अल जजीरा के पत्रकार मॉरिसियो मोरालेस, जो अभियान दल के साथ हैं उन्होंने बताया कि यह निर्णय रात 10 बजे (20:00 GMT) के बाद लिया गया और जहाज बंदरगाह पर पहुंच गए। यह फैसला लगभग तीन घंटे पहले लिया गया था।
बेड़े में शामिल जहाज फ्लोटिला ने रविवार को बार्सिलोना से रवाना होने के बाद समुद्री परीक्षण किया और तूफान के गुजरने तक बंदरगाह पर वापस लौटने का निर्णय लिया। मोरालेस के अनुसार अगले दिन दोबारा कोशिश की जाएगी।
यह फ्लोटिला दर्जनों छोटी नागरिक नौकाओं का समूह है, जिसमें स्वयंसेवक और मानवीय सहायता सामग्री शामिल है। योजना थी कि यह गुरुवार को ट्यूनीशिया में दूसरी लहर की नौकाओं से मिलेगा, लेकिन अब इस योजना में थोड़ी देरी हो सकती है।
गाजा में गहराते संकट के बीच, रविवार को स्पेन के बार्सिलोना बंदरगाह से मानवीय सहायता और कार्यकर्ताओं से भरे जहाजों का एक समूह गाजा पट्टी की ओर रवाना हुआ। यह प्रयास इजराइल की लंबे समय से चली आ रही समुद्री नाकाबंदी को तोड़ने की अब तक की सबसे बड़ी कोशिश मानी जा रही है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जब इजराइल ने गाजा शहर पर अपने सैन्य हमलों को और तेज कर दिया है। इसके चलते क्षेत्र के उत्तरी हिस्सों में भोजन और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बेहद सीमित हो गई है। खाद्य विशेषज्ञों ने इस महीने की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि गाजा शहर भुखमरी की कगार पर है और पूरे क्षेत्र में लगभग 5 लाख लोग भयानक भूख का सामना कर रहे हैं।
बल सुमुद फ्लोटिला नामक यह अभियान भोजन, पानी और दवाओं जैसी जरूरी चीजें लेकर जा रहा है। आयोजकों के एक बयान के मुताबिक, इस समूह में शामिल कार्यकर्ता गाजा तक सुरक्षित रास्ता और मानवीय सहायता के लिए समुद्री मार्ग खोलने की मांग कर रहे हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लगभग 23 महीनों से जारी इस युद्ध में 63,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 332 फिलिस्तीनी कुपोषण के कारण जान गंवा चुके हैं, जिनमें 124 बच्चे भी शामिल हैं।
कौन से देश शामिल हैं?
सुमुद फ्लोटिला के अनुसार 44 देशों के प्रतिनिधि इस अभियान में हिस्सा ले रहे हैं, जो इजरायल की अवैध नाकाबंदी को तोड़ने के लिए सबसे बड़ा समुद्री मिशन है। इसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और कई यूरोपीय देशों सहित छह महाद्वीपों के देश शामिल हैं। समूह के अनुसार, प्रतिभागी किसी भी सरकार या राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हैं।
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