[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
‘भूपेश है तो भरोसा है’ फेसबुक पेज से वायरल वीडियो पर FIR, भाजपा ने कहा – छत्तीसगढ़ में दंगा कराने की कोशिश
क्या DG कॉन्फ्रेंस तक मेजबान छत्तीसगढ़ को स्थायी डीजीपी मिल जाएंगे?
पाकिस्तान ने सलमान खान को आतंकवादी घोषित किया
राहुल, प्रियंका, खड़गे, भूपेश, खेड़ा, पटवारी समेत कई दलित नेता कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में
महाराष्ट्र में सड़क पर उतरे वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता, RSS पर बैन लगाने की मांग
लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर AC बस में लगी भयानक आग, 70 यात्री बाल-बाल बचे
कांकेर में 21 माओवादियों ने किया सरेंडर
RTI के 20 साल, पारदर्शिता का हथियार अब हाशिए पर क्यों?
दिल्ली में 15.8 डिग्री पर रिकॉर्ड ठंड, बंगाल की खाड़ी में ‘मोंथा’ तूफान को लेकर अलर्ट जारी
करूर भगदड़ हादसा, CBI ने फिर दर्ज की FIR, विजय कल पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

जस्टिस लोकुर का सनसनीखेज दावा, केंद्र सरकार ने जस्टिस मुरलीधर के ट्रांसफर का बनाया था दबाव

आवेश तिवारी
आवेश तिवारी
Published: August 29, 2025 11:44 AM
Last updated: August 29, 2025 4:25 PM
Share
Justice Lokur
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

नई दिल्ली। एक चौंकाने वाले खुलासे में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मदन बी. लोकुर (Justice Lokur) ने खुलासा किया है कि केंद्र सरकार ने जस्टिस एस. मुरलीधर के एक फैसले के कारण उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट से ट्रांसफर करने के लिए कॉलेजियम पर बार-बार दबाव डाला था, लेकिन तब तक यह कदम नहीं उठाया गया, जब तक कि ट्रांसफर का विरोध करने वाले प्रमुख जज रिटायर नहीं हो गए।

हाल ही में प्रकाशित पुस्तक “पूर्ण न्याय: कोर्ट के 75 वर्ष” में अपने निबंध में जस्टिस लोकुर ने बताया कि कॉलेजियम में उनके कार्यकाल के दौरान, सरकार ने जस्टिस मुरलीधर के तबादले का आग्रह किया था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि उन्होंने इसका विरोध किया था।

कॉलेजियम की कार्यवाही पर उठे सवाल

न्यायिक स्वतंत्रता बचाने के दावे पर संदेह लोकुर के अनुसार, दिसंबर 2018 में उनकी रिटायरमेंट के बाद यह मांग फिर से उठी। उस समय जस्टिस ए.के. सीकरी ही इस प्रस्ताव के खिलाफ थे।

मार्च, 2019 में जस्टिस सीकरी के रिटायरमेंट के बाद तबादले का प्रस्ताव फिर से उठाया गया। अंततः, जस्टिस मुरलीधर का फरवरी, 2020 में दिल्ली हाईकोर्ट से “मनमाने ढंग से” तबादला कर दिया गया।

लोकुर ने लिखा, ‘सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के कामकाज में पारदर्शिता के बारे में कुछ कहा जाना चाहिए। एक अवसर पर मुझे स्पष्ट रूप से यह आभास हुआ कि कार्यपालिका द्वारा चीफ जस्टिस को एक तबादला करने की सलाह दी गई थी।’

उन्होंने आगे लिखा, ‘जस्टिस मुरलीधर का उनके द्वारा दिए गए एक फैसले के लिए दिल्ली हाईकोर्ट से तबादला चौंकाने वाला था। मेरे विचार से यह निश्चित रूप से तबादले का आधार नहीं हो सकता। इसलिए मैंने प्रस्ताव पर अपनी असहमति व्यक्त की।’

वे आगे लिखते हैं, ‘चीफ जस्टिस ने मेरे विचार को सहर्ष स्वीकार कर लिया। ऐसा प्रतीत होता है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से मेरे रिटायर होने के बाद तबादले का मुद्दा फिर से उठाया गया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में नए सदस्य जस्टिस सीकरी का भी यही विचार था।’

जस्टिस लोकुर ने लिखा – ‘उन्होंने भी प्रस्तावित तबादले का विरोध किया। जस्टिस सीकरी के रिटायरमेंट के बाद जस्टिस मुरलीधर का मनमाने ढंग से दिल्ली हाईकोर्ट से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में तबादला कर दिया गया।’

दिल्ली दंगों की मुरलीधर कर रहे थे सुनवाई

इस फैसले ने उस समय काफी विवाद खड़ा कर दिया था। यह तबादला आदेश 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान भड़काऊ भाषण देने के आरोपी राजनेताओं के खिलाफ FIR दर्ज न करने के लिए दिल्ली पुलिस की खिंचाई करने के कुछ ही घंटों बाद जारी किया गया था।

हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस ओक ने कहा कि जस्टिस मुरलीधर को दिल्ली दंगों के मामले में अपने साहसिक आदेशों के परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

TAGGED:Justice LokurTop_News
Previous Article कपास से इंपोर्ट ड्यूटी छूट 3 महीना और बढ़ी, 1100 रुपये गिर चुकी है कीमत
Next Article CG Cabinet Controversy 14वें मंत्री के खिलाफ छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका
Lens poster

Popular Posts

INDIA ब्लॉक से जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, दक्षिण के लिए क्या हैं मायने?

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर अब तस्वीर पूरी तरह से…

By अरुण पांडेय

इंस्पेक्टर मातादीन चांद पर

जाने माने व्यंग्यकार और चिंतक लेखक हरिशंकर परसाई की आज जयंती है। उनका जन्म 22…

By Lens News

1.6 फीसदी बढ़ा भारत का सैन्य खर्च, पाकिस्तान से 9 गुना ज्यादा, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

द लेंस डेस्क। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI REPORT) की ताजा रिपोर्ट ने भारत…

By Lens News

You Might Also Like

PM Modi
देश

PM मोदी नहीं मार पाए रावण! जानिए क्यों?

By दानिश अनवर
Vizhinjam International Port
अन्‍य राज्‍य

थरूर की मौजूदगी में पीएम मोदी का कांग्रेस पर तंज, अडानी की तारीफ

By Lens News Network
PM MODI MEETINGपीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बड़ी बैठक, पाकिस्तान पर और सख्ती, आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता
देश

पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बड़ी बैठक, पाकिस्तान पर और सख्ती, आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता

By Lens News Network
Ajit Pawar
लेंस रिपोर्ट

वाशिंग मशीन में धुले अजित पवार के नखरे

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?