नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
एडीजी रैंक की वर्दी, नीली बत्ती साथ ही नंबर प्लेट के ठीक ऊपर लगे नीले प्लेट और उस पर तीन स्टार। यह पहचान उस व्यक्ति की है जो कि खुद को एडीजी बताकर राजस्थान में घूम रहा था। राजस्थान पुलिस की कार्रवाई के दौरान जो सच्चाई सामने आई है, वो किसी के भी होश उड़ा देगी।
पुलिस ने पश्चिम बंगाल के एडीजी रैंक के एक वर्दीधारी शख्स को राजस्थान के धौलपुर से गिरफ्तार किया गया है। इसकी असलियत जान हर कोई हैरान हो जाएगा।
दरअसल, राजस्थान के धौलपुर जिले में आगरा मुंबई नेशनल हाईवे स्थित सदर पुलिस थाने के चौराहे पर नाकाबंदी लगी थी इसी दौरान नीली बत्ती लगी हुई एक गाड़ी के तेज रफ्तार से आने की सूचना मिली।
साथ ही संदेह जताया गया कि गाड़ी में संदिग्ध लोग हो सकते हैं। पुलिस ने आगे बैरियर लगाकर तेज स्पीड से आ रही अर्टिगा गाड़ी को रुकवाया और उसमें पुलिस की वर्दी पहने शख्स से पूछताछ की।
सीओ सिटी मुनेश कुमार ने बताया कि गाड़ी में जो शख्स बैठा था, उसने एडीजी रैंक की वर्दी पहन रखी थी। चेकिंग के दौरान गाड़ी रुकवाकर उस शख्स से पूछताछ की गई तो पहले उसने खुद को एनएसजी अधिकारी बताया शक होने पर जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तो कई जगह जुबान जवाब देने में फिसल गई और उसकी सच्चाई उजागर हो गई।
उसकी पहचान पश्चिम बंगाल में हुगली के 11 सूरीघाट लैब बिंदु बासनी पाड़ा चंदन नगर निवासी सुप्रियो मुखर्जी के रूप में हुई है. उसने पुलिस को दी-तीन तरह के कार्ड दिखाये। अलग-अलग आईडी कार्ड मिलने पर संदेह हुआ तो गाड़ी की तलाशी ली गई।
पुलिस की तलाशी में गाड़ी से एक एयर पिस्टल, एक एयर रिवाल्वर, दो एयर राइफल, 138 एयर कारतूस, दो मोबाइल दो लैपटॉप, एक टैबलेट और चार अलग-अलग फोटो में आईडी कार्ड मिले। एडीजी रैंक की वर्दी पहना व्यक्ति अपनी धाक जमाने, टोल टैक्स औऱ नाकाबंदी से बचने के लिए वर्दी पहनता था।
पुलिस को भ्रमित करने के लिए उसने पश्चिम बंगाल नंबर की अर्टिगा गाड़ी पर तीन स्टार लगा रखे थे। इसके अलावा आईडी कार्ड के हर फोटो पर भी वर्दी पर तीन स्टार लगे हुए थे। फिलहाल पुलिस ने फर्जी पुलिस अधिकारी को बाबर्दी में गिरफ्तार कर लिया है और उसकी नीली बत्ती लगी हुई को गाड़ी को भी जब्त कर लिया।
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