नालंदा। बिहार के नालंदा जिले में बुधवार को ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और हिलसा के विधायक कृष्ण मुरारी उर्फ प्रेम मुखिया पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। मंत्री और विधायक को जान बनाने के लिए एक किलो मीटर तक दौड़ लगानी पड़ी। इस आपाधापी में बॉडीगार्ड जख्मी हो गया।
यह घटना मलावां गांव में हुई, जहां दोनों नेता दो दिन पहले एक ट्रक हादसे में मारे गए 9 लोगों के परिजनों से मिलने गए थे। ग्रामीणों का गुस्सा प्रशासन की कथित लापरवाही पर था, जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हुआ।
मीडिया खबरों के अनुसार मंत्री श्रवण कुमार और विधायक कृष्ण मुरारी गांव पहुंचे और करीब 30 मिनट तक पीड़ित परिवारों से बातचीत की। लेकिन जब वे वापस लौटने लगे, तो ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और भीड़ ने लाठी-डंडों से दोनों नेताओं पर हमला बोल दिया।
गुस्साई भीड़ ने नेताओं को खदेड़ दिया, जिसके कारण मंत्री और विधायक को अपनी जान बचाने के लिए लगभग 1 किलोमीटर तक भागना पड़ा। इस हमले में उनके सुरक्षाकर्मी और कुछ अन्य लोग घायल हो गए।
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद पांच दिन तक कोई नेता या अधिकारी पीड़ितों का हाल जानने नहीं आया। इस उपेक्षा से आहत ग्रामीणों ने नेताओं के आने पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। स्थिति को काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।