नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट (Chitrakoot) में चोरी के शक में गांव वालों ने छत्तीसगढ़ की एक 53 साल की अंधी महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतका की पहचान देवंती के रूप में हुई है वह छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की रहने वाली थी। इस घटना में शर्मनाक यह रहा कि यूपी पुलिस ने केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
संबंधित कर्वी थाने के थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने thelens.in को बताया कि हमने उस खेत के मालिक को गिरफ्तार किया है जिसमें से वह गुजर रही थी। उनका कहना था कि मृतका ने अस्पताल में दम तोड़ा है।
इस पूरे मामले को लेकर बताया जा रहा है कि देवंती शनिवार को आंखों के इलाज के लिए मध्य प्रदेश के सतना आई थी और यूपी-एमपी के सीमा क्षेत्र के एक खेत से रास्ता भटककर रात को 11 बजे गुजर रही थी। इस दौरान ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पीट-पीटकर मार डाला।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़ ने चोर चोर चिल्लाना शुरू फिर किया सामूहिक तौर पर उसकी पिटाई कर दी ,जिसके बाद उसकी मौत हो गई। जानकारी मिली है कि वह महिला बार हार दृष्टिबाधित होने की बात कह रही थी।
पुलिस ने द लेंस बताया कि मृतका चित्रकूट के भभई गांव से गुजर रही थी तभी कुछ स्थानीय लोगों ने महिला को पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने चोरी का आरोप लगाते हुए कथित तौर पर उसकी पिटाई कर दी।
पुलिस ने बताया कि जिस जगह पर यह घटना हुई, वह गांव कर्वी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है जो कि उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश की सीमा के पास चित्रकूट जनपद में स्थित है।
पुलिस ने बताया कि जैसे ही उन्हें सूचना मिली, हम मौके पर पहुंचे और उक्त महिला को भीड़ से छुड़ाया और इलाज के लिए बेहद गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल लेकर जाया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. पुलिस ने बताया कि लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक महिला के पास से उसका आधार कार्ड और तीन किमी दूर मौजूद आंखों के अस्पताल की पर्ची मिली। पुलिस ने महिला के परिवार से संपर्क किया और उन्हें मामले की जानकारी दे दी गईl
इसके बाद सोमवार को घर वाले छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से चित्रकूट पहुंचे महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम में पीड़िता के शरीर पर गहरे चोट के निशान पाए गए हैं।
एसपी राजनांदगांव से इस बारे में जानकारी के लिए फोन किया गया तो उनके गनमैन निमेष ने फोन उठाया और फिलहाल बातचीत कराने में असमर्थता जाहिर की। वहीं, गृहमंत्री विजय शर्मा ने फोन नहीं उठाया।