रायपुर। छत्तीसगढ़ में ट्रेड यूनियन व वाम आंदोलन के आधार स्तंभों में से एक कामरेड बी. सान्याल (B Sanyal) की स्मृति सभा में देशभर के नेता शामिल हुए। रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन की तरफ से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सभा की अध्यक्षता सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष इंदौर के अजीत केतकर ने की। शोक प्रस्ताव महासचिव धर्मराज महापात्र ने पेश किया।
स्मृति सभा में वक्ताओं ने कहा कि कामरेड बी. सान्याल मेहनतकश आंदोलन के एक जुझारू, प्रतिबद्ध, ईमानदार और समर्पित नेता थे। वे आजीवन मार्क्सवादी रहे। मेहनतकशों की वैज्ञानिक विचारधारा के आधार पर समाज परिवर्तन के नियमों के प्रति उनका विश्वास था।
वक्ताओं ने कहा कि समाजवाद पर उनकी गहरी आस्था थी और क्यूबा में आयोजित वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के दौरान क्यूबा को नजदीक से देखने के बाद समाजवाद के प्रति उनकी आस्था और गहरी हो गई थी।
एक वक्ता ने कहा कि बचपन में बांग्लादेश से विस्थापन का दंश झेलकर भारत आने वाले कामरेड सान्याल आजीवन नफरत की राजनीति के विरोधी रहे।
उनका मानना था कि नफरत सारी इंसानियत को ले डूबेगी। नफरत को केवल प्यार से ही दूर किया जा सकता है। वे धर्मनिरपेक्षता व सांप्रदायिक सद्भाव के सशक्त प्रवक्ता थे। वे जाति, धर्म, लिंग, नस्ल, क्षेत्र पर आधारित विभाजन का कड़ा विरोध करते थे।
बता दें कि बी. सान्याल ने एलईसी में नौकरी करते हुए रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाइज यूनियन से ट्रेड यूनियन जीवन की शुरुआत की थी। अपनी प्रतिबद्धता, जुझारूपन और प्रबंधन की गलत नीतियों से लड़ने की क्षमता के चलते वे शीघ्र ही देश भर के बीमाकर्मियों के मध्य लोकप्रिय हो गए।
39 वर्ष की अपनी नौकरी में वे बीमा कर्मी संगठन में मंडल, जोन एवं अखिल भारतीय संगठन के शीर्ष नेतृत्वकारी पदों पर पहुंचे।
आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन की विचारधारा से प्रभावित होकर उन्होंने देश व प्रदेश के व्यापक ट्रेड यूनियन आंदोलन व जनसंगठनों को सशक्त बनाने हेतु अपना जीवन समर्पित कर दिया।
बी सान्याल मार्क्सवादी विचारों से प्रभावित होकर माकपा को मजबूत बनाने हेतु भी कार्य किया। वे माकपा के मध्यप्रदेश राज्य समिति सदस्य तथा छत्तीसगढ़ राज्य सचिव मंडल सदस्य भी रहे। सीटू के प्रदेश महासचिव तथा प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी उन्होंने कार्य किया।
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