रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में फोर्स को बड़ी कामयाबी मिली है। रविवार को इलाके में एक्टिव 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें डीवीसी मेंबर दीपक मंडावी भी शामिल हैं। रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा के सामने इन नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
धमतरी, गरियाबंद, नगरी डिवीजन के डीवीसी मेंबर दीपक उर्फ भीमा मंडावी सहित 4 लोगों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया। सरेंडर करने वाले तीन अन्य में पोलित ब्यूरो सदस्य मोदेम बालाकृष्णन उर्फ मनोज के प्रोटेक्शन टीम में 5-5 लाख के ईनामी कैलाश उर्फ भीमा भोगाम (एरिया कमेटी सदस्य), रनिता उर्फ पायकी और 1 लाख की ईनामी सुजीता उर्फ उर्रे ने सरेंडर किया।
फोर्स ने नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति और गरियाबंद पुलिस के समर्पण की अपील से प्रभावित होकर 4 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। ये सभी इलाके में करीब एक दशक से सक्रीय थे और सभी सशस्त्र हार्डकोर माओवादी थे, जिनके पास ऑटोमेटिक हथियार थे। सभी ने ऑटोमेटिक हथियार भी सरेंडर किया है।
मैनपुर में मुठभेड़, फोर्स को भारी पड़ता देख भागे सभी नक्सली
4 नक्सलियों के सरेंडर करने के अलावा फोर्स ने मैनपुर के बडगोबरा पहाड़ी इलाके में एक और सफलता हासिल की है। गरियाबंद पुलिस, धमतरी पुलिस, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की एक टीम सर्चिंग के दौरान जंगल में थी, तभी नक्सलियों ने हमला कर दिया। पुलिस ने जवाबी हमला किया, जिसके बाद नक्सली भाग निकले। फोर्स को सर्चिंग में 16 लाख रुपए कैश मिला है। इसके अलावा 31 जिंदा कारतूस, दो खाली मैगजीन, डेटोनेटर, 8 बीजीएल और 12 बोर राउंड जब्त किए गए हैं। इसके अलावा नक्सली साहित्य भी बरामद हुआ है।