रायपुर। दुर्ग जिले के कुम्हारी इलाके में जिस ASI की पिटाई का मामला सामने आया था वह किसी अफसर ने नहीं बल्कि उस ट्रक ड्राइवर ने ही की थी जिसे नशे में बताया गया था। इस ड्राइवर को पुलिस एक ढाबे के सामने से हटा चुकी थी तब वह आगे से यू टर्न ले कर फिर लौट कर आया और उसने ASI पर जैक रॉड से हमला कर दिया। हाथ में जैक रॉड पकड़े हमलावर ड्राइवर को वहां मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों ने किसी तरह काबू में किया। यह सीसीटीवी में नजर आ रहा है।
शनिवार को दुर्ग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल द्वारा the lens को भेजे गए घटना के वीडियो में यह भी नजर आ रहा है कि ट्रक ड्राइवर के अचानक हमले से कुर्सी पर बैठे ASI गिर पड़े थे।
उल्लेखनीय है कि the lens ने ही कुछ प्रत्यक्षदर्शी होने का दावा कर रहे सूत्रों के हवाले से यह खबर प्रकाशित की थी कि गृहमंत्री के काफिले के गुजरने से पहले जाम देख कर भड़के एक आला अफसर ने ASI पांडे को इतना पीटा कि वे लहूलुहान हो गए और उन्हें रायपुर एम्स लाना पड़ा जहां उनके सिर पर टांके भी लगे।
लेकिन दुर्ग के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने इस खबर को असत्य कहा और शनिवार को उन्होंने 2 मिनिट 46 सेकंड का एक वीडियो भेजा जिसमें ड्राइवर हमला करते हुए और हंगामा करते हुए दिख रहा है।
जिस जगह का सीसीटीवी फुटेज है वहां स्थित ढाबा संचालक ने भी इस बात की पुष्टि की कि ड्राइवर ने ही ASI पर हमला किया था।हालांकि हम घटना की रात से ही श्री पांडे से बात करने की कोशिश करते रहे लेकिन उनसे बात नहीं हुई। हमने मौके पर मौजूद एडिशनल एसपी ऋचा मिश्रा से संपर्क किया पर उन्होंने कोई बात नहीं की। उन्होंने पुलिस प्रवक्ता से बात करने की सलाह दी।हमने दुर्ग जिले की पुलिस प्रवक्ता से सम्पर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हुआ।
हमने अस्पताल से छुट्टी के बाद ASI श्री पांडे से लगातार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन हमें उपलब्ध उनके दो नंबर बंद ही मिल रहे हैं। फिर यह खबर कुछ सूत्रों के हवाले से बनी।
उस रात कोशिश के बावजूद हमें वीडियो फुटेज नहीं मिला था,जो कि शनिवार को तब मिला जब स्वयं पुलिस अधीक्षक ने इसे उपलब्ध कराया, इसलिए हम मानते हैं कि यह खबर अधूरी पड़ताल के साथ असावधानीपूर्वक बनी और प्रकाशित हुई। इस असावधानी का हमें खेद है।