नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रसारित होने वाले कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के विशेष एपीसोड को लेकर विवाद छिड़ गया है। दसअसल, चैनल की ओर से साझा किए प्रोमो में अमिताभ बच्चन, कर्नल सोफिया कुरैशी (भारतीय सेना), विंग कमांडर व्योमिका सिंह (भारतीय वायु सेना) और कमांडर प्रेरणा देवस्थली (भारतीय नौसेना) का स्वागत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब इसको लेकर बहस यह छिड़ी है कि ऐसे कार्यक्रमों में सेना की वर्दी का इस्तेमाल करना गलत है।
टीवी शो में सेना की वर्दी को लेकर विवाद
हाल ही में केबीसी के निर्माताओं ने 15 अगस्त को प्रसारित होने वाले एक एपिसोड का संक्षिप्त प्रोमो जारी किया। इस प्रोमो में कर्नल कुरैशी ने बताया कि पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर क्यों लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बार-बार आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है, जिसका जवाब देना जरूरी था और इसीलिए ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति बनाई गई। हालांकि, किसी सैन्य अभियान के तुरंत बाद वर्दीधारी अधिकारियों का एक रियलिटी शो में शामिल होना और उस पर खुलकर चर्चा करना कई लोगों को अखर गया।
शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा है “हमारी बहादुर वर्दीधारी महिलाएं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाया, उन्हें एक निजी मनोरंजन चैनल ने अपने कार्यक्रम में बुलाया है। इस चैनल की मालिक कंपनी, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) ने 2031 तक एशिया कप के प्रसारण अधिकार भी हासिल किए हैं। जी हां, वही चैनल जो भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबलों से मुनाफा कमाने की योजना बना रहा है। अब इन दोनों बातों को आपस में जोड़कर देखिए।
एक यूजर ने लिखा है कि अब सेना केबीसी में जाकर सरकार का महिमा मंडन करेंगी।
एक दूसरे यूजर ने लिखा है कि सेना की तीन अधिकारी यूनिफॉर्म में एंटरटेनमेंट चैनल कौन बनेगा करोड़पति में शिरकत करेंगी। वहां बैठ कर पहलगाम हमले से लेकर आर्म्ड फोर्सेस के बारे में बताएंगी। चैनल TRP बटोरेगा, दुनिया मे भारत की आर्म्ड फोर्सेस का मज़ाक बनाया जाएगा।
सेना की वर्दी का क्या है प्रोटोकॉल?
सेना के ड्रेस कोड नियमों के मुताबिक आधिकारिक वर्दी को सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजनों में पहनने की अनुमति नहीं है। इसे सार्वजनिक स्थानों, रेस्तरां, सार्वजनिक परिवहन या नागरिक उड़ानों में भी नहीं पहना जा सकता। साथ ही गैर-मान्यता प्राप्त गतिविधियों में वर्दी पहनना भी निषिद्ध है, बशर्ते कमांडिंग ऑफिसर की लिखित अनुमति न हो