लेंस डेस्क। झारखंड के गोड्डा जिले में सोमवार की सुबह बोआरीजोर थाना क्षेत्र के जिरली समारी पहाड़ी के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी और पूर्व भाजपा नेता सूर्या हांसदा मारा गया।
सूर्या हांसदा जो पहले भाजपा से जुड़ा था, उसने 2019 में बोआरीजोर विधानसभा सीट से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, 2024 में भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिए जाने पर उसने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गया था।
यह मुठभेड़ उस इलाके में हुई, जहां सूर्या लंबे समय से जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में छिपा हुआ था। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और किसी को भी वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई। गोड्डा के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने मीडिया में सूर्या की मौत की पुष्टि की।
आपराधिक इतिहास
सूर्या हांसदा ललमटिया थाना क्षेत्र के डकैता गांव का रहने वाला था और क्षेत्र में प्रभावशाली नेताओं में गिना जाता था। उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, गोलीबारी और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं। मई 2024 में ईसीएल की राजमहल परियोजना के पहाड़पुर क्षेत्र में हुई गोलीबारी, जिसमें एक ऑपरेटर घायल हो गया था। इस मामले में भी उसका नाम सामने आया था।
पुलिस इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार ने तब दावा किया था कि यह घटना सूर्या के इशारे पर हुई थी। इसके अलावा साहिबगंज जिले में क्रशर मिल में ट्रकों को जलाने की घटना में भी उसका नाम जुड़ा था। पुलिस पिछले कई महीनों से सूर्या की तलाश में छापेमारी कर रही थी। तीन साल पहले भी उसे एक आपराधिक मामले में जेल भेजा गया था।