रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बार फिर धर्मांतरण को लेकर बवाल हुआ है। इस बार रविवार को कुकुर बेड़ा इलाके में बजरंग दल ने एक मकान को घेर लिया। बजरंग दल की शिकायत पर पुलिस पहुंची और प्रार्थना सभा में मौजूद लोगों को अपने साथ ले गई। वहीं, बजरंग दल ने कथित धर्मांतरण के मामले पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई। बजरंग दल के लोगों ने मसीही समाज से जुड़े लोगों के साथ मारपीट की, जिसके बाद फादर मनोज नायक ने इस मारपीट की शिकायत पुलिस से की और मारपीट करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
जानकारी के अनुसार बजरंग दल के लोगों ने पुलिस को सूचना दी और यह कहकर बुलाया कि यहां धर्मांतरण चल रहा है। बजरंग दल के साथ इलाके के कुछ स्थानीय लोग भी थे, जो यह आरोप लगा रहे थे कि मसीही समाज के लोग प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन करा रहे थे। इस पर पुलिस ने उस घर से करीब दर्जनभर युवकों और युवतियों को अपने साथ ले गए। इसके बाद बजरंग दल और मोहल्ले के लोग सरस्वती नगर थाने पहुंचे और वहां कथित तौर पर पैसों का लालच देकर धर्मांतरण करने की शिकायत की। इस दौरान मसीही समाज से कुछ जुड़े युवक थाने पहुंचे तो उन्हें बजरंग दल के लोग घेर लिया और पुलिस की मौजूदगी में ही उनकी पिटाई कर दी।
इस पर जब बजरंग दल से जुड़े लोगों से पूछा गया कि पुलिस के सामने ही क्यों पिटाई कर दी तो उन्होंने कहा कि मसीही समाज का युवक चाकू से हमला करने वाला था। वहीं, जब पुलिस से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बयान लेने की बात कही।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बजरंग दल के जिला संयोजक विजेंद्र वर्मा ने कहा कि हमें वहां मोहल्ले के लोगों ने ही बुलाया था। जिस घर में हम पहुंचे वहां हमारे देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थीं। वहीं पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। जब हम उन युवकों को समझा रहे थे, वे चाकू दिखा रहे थे, जिसके बाद नाराज भीड़ ने उस युवक की पिटाई कर दी। वहीं, इस मामले में जब मसीही समाज के लोगों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि हम कुछ नहीं कर रहे थे। हम सिर्फ प्रार्थना कर रहे थे।
पुलिस में शिकायत करने वाले फादर मनोज नायक ने बताया कि आज रविवार को हमेशा की तरह कुकुरबेड़ा में यहोवा निस्सी चर्च में प्रार्थना के बाद कुछ अज्ञात लोग आए और जोर जोर से जय श्री राम के नारे लगाने लगे। कुछ अज्ञात लोग मुख्य दरवाजे को तोड़े और चर्च के भीतर भी चर्च के सीसीटीवी डिस्पले को तोड़ दिया और समानो को तोड़ फोड़ किए। उपस्थित लोगों से गाली गलौच और मारपीट की। उनके द्वारा धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर पुलिस के सामने झूठी रिपोर्ट कराई गई और थाने के सामने भी हमारे लोगों के साथ मारपीट की गई, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया ।
इस घटना की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने निंदा की। मार्क्सवादी पार्टी की तरफ से कहा गया कि कुकुरबेड़ा में यहोवा निस्सी चर्च में तोड़फोड़ और ईसाई समुदाय के लोगों के साथ मारपीट गलत है। माकपा ने कहा कि इस चर्च के फादर के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज रविवार को हर बार की तरह कुकुरबेड़ा में यहोवा निस्सी चर्च सुबह प्रार्थना के बाद कुछ अज्ञात लोग आए और जोर जोर से नारे लगाने लगे। कुछ अज्ञात लोग मुख्य दरवाजे को तोड़े और चर्च के भीतर भी चर्च के सी सी टी वी डिस्पले को तोड़ दिया और समानो को तोड़ फोड़ किए, उपस्थित लोगों से गाली गलौच किये एवं मारपीट करने लगे । उनके द्वारा धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर पुलिस के सामने झूठी रिपोर्ट कराई गई और थाने के सामने भी हमारे लोगों के साथ मारपीट की गई, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया। माकपा ने मारपीट करने वाले दोषियों पर कड़ी कार्यवाही कर अपराध दर्ज करने की मांग की है।