भिलाई। जन संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़ और अन्य साथी जन संगठनों ने 6 अगस्त को हिरोशिमा दिवस के मौके पर भिलाई में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। 6 अगस्त 1945 को दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति पर अमरीका ने आत्मसमर्पण के लिए तैयार जापान के हिरोशिमा नगर पर परमाणु बम गिरा कर भीषण तबाही मचाई थी। इस मौके पर वक्ताओं ने नाभिकीय /विनाशकारी हथियारों, जंग और परमाणु ऊर्जा के खिलाफ रोजी रोटी, लोकतंत्र और अमन की जरूरत पर बात की। साथ ही मौजूदा छत्तीसगढ़ में अल्पसंख्यकों, आदिवासियों, दलितों /उत्पीड़ितों और महिलाओं के खिलाफ नफरत और विभाजन के जहर को मिटाने की बात भी की गई। यही नहीं, इस अवसर पर देश की गंगा जमुनी तहजीब और सांझी शहादत साझी विरासत की परंपरा को ऊंचा उठाने की बात भी की गई ।
नुक्कड़ सभा का संचालन भाकपा माले रेड स्टार के राज्य सचिव कामरेड सौरा ने किया। अध्यक्षता जन संघर्ष मोर्चा छत्तीसगढ़ संयोजक कॉमरेड प्रसाद राव ने किया। प्रमुख वक्ताओं में क्रांतिकारी सांस्कृतिक मंच और जाति उन्मूलन आंदोलन के संयोजक कामरेड तुहिन, पीयूसीएल के राज्य सचिव कामरेड कलादास, जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक मंडल सदस्य एडवोकेट शाकिर कुरैशी, ऑल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम की छत्तीसगढ़ संयोजक सविता बौद्ध, आम आदमी पार्टी भिलाई संयोजक के ज्योति, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य कामरेड विनोद सोनी, कामरेड सुरेन्द्र महंती, अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन के पुरुषोत्तम, आप से अखिलेश गायकवाड़, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति से नीरा डहरिया व महेश, TUCI से कॉमरेड आर एन यादव, पास्टर चोआराम, रुस्तम मलिक और ERID के बिशप पॉल सोमनाथन ने अपनी बात रखी। सभा में लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और भारत की बहुलतावादी गंगा जमुनी तहजीब पर आधारित जन गीत प्रस्तुत किए गए।