अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी में तेंदुए और भैंसों के बीच हुए संघर्ष में तेंदुए की मौत हो गई। इससे पहले तेंदुए के हमले में तीन लोग घायल हो चुके थे। यह मामला जिले के मुसाफिरखाना इलाके के नेवादा गांव का है। जहां आज रविवार सुबह करीब तीन बजे यह घटना घटी है।
नेवादा गांव में रात करीब तीन बजे तेंदुए ने स्थानीय ग्रामीण झींगुरी के घर के बाहर बंधी भैंसों पर हमला किया। झींगुरी ने बताया कि देर रात अचानक तेंदुए के आने की आहट मिली तो उसने टॉर्च जलाकर देखा तो तेंदुए की लंबी पूंछ दिखी, जिससे वह सहम गए। उन्होंने शोर मचाया, लेकिन जब तक गांव वाले वहां पहुंचे, भैंसों ने तेंदुए को खत्म कर दिया था। वन अधिकारी ज्योतिर्मय शुक्ला ने मीडिया को बताया कि पशु चिकित्सक मौके पर पहुंच गए।

इससे पहले, तेंदुआ वीराईपुर गांव में तीन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका था। इनमें से दो की हालत गंभीर होने पर उन्हें सुल्तानपुर के जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हमले के बाद वन विभाग ने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर उसकी तलाश शुरू की थी, लेकिन नेवादा गांव में वह अचानक मृत पाया गया।
अमेठी के जिलाधिकारी संजय चौहान ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि भैदपुर गांव में किसी जंगली जानवर ने लोगों पर हमला किया। इसकी जांच के लिए मुसाफिरखाना के एसडीएम को भेजा गया। वन विभाग की टीम ने एसडीएम के साथ गांव पहुंचकर प्रारंभिक जांच में पुष्टि की कि यह एक तेंदुआ था। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने प्रयास शुरू किए और बहराइच व लखनऊ से विशेषज्ञों को बुलाने की बात की गई।
इसी बीच, तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। रविवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे खबर मिली कि तेंदुए ने भैंसों के तबेले पर हमला किया और संभवतः उसी दौरान उसकी मौत हो गई। लखनऊ से वन विभाग की विशेषज्ञ टीम और स्थानीय पशु चिकित्सा विभाग मौके पर पहुंचा। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
प्रारंभिक जांच में तेंदुए के सिर पर गहरी चोट और सूजन पाई गई। संभावना है कि चोट के कारण उत्पन्न संक्रमण ने उसे कमजोर कर दिया, जिससे वह शिकार करने में असमर्थ होकर गांव की ओर आया। जिला पंचायत सदस्य अभय सिंह ने बताया कि रात में तेंदुए ने भैंसों पर हमला किया था, उसी दौरान उसकी मृत्यु हुई।
डीएम ने कहा कि पशु प्रकृति का हिस्सा हैं और मनुष्य व पशुओं के बीच कोई दुश्मनी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच के बाद पूरी जानकारी दी जाएगी और किसी भी तरह का डर या भ्रम नहीं रहेगा।