नई दिल्ली। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राहुल गांधी का एक बयान तब विवादों के घेरे में आ गया जब उनके मुंह से भूमि अधिग्रहण कानून की जगह कृषि कानून निकल गया। दरअसल राहुल गांधी कानून मंत्री अरुण जेटली का जिक्र करते हुए कह रहे थे कि कैसे इस कानून के खिलाफ लड़ने के दौरान उन्हें धमकाने के लिए भाजपा नेता स्व अरुण जेटली को भेजा गया था। हालांकि राहुल गांधी ने पहले भी भूमि अधिग्रहण कानून का जिक्र करते हुए अरुण जेटली से मुलाकात का जिक्र किया था।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान की क्लिप की गई वायरल
राहुल की जुबान फिसलने पर कांग्रेस आईटी सेल ने मौके की नजाकत समझी और तत्काल भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौर में राहुल की रैली का एक पुराना वीडियो वायरल कर दिया जिसमें वो भूमि अधिग्रहण कानून लागू करने के दौर का जिक्र करते हुए अरुण जेटली से मुलाकात की बात कर रहे थे। यह वीडियो कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
रोहन जेटली की पोस्ट से शुरू हुआ विवाद
दरअसल यह विवाद तब शुरू हुआ जब अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘राहुल गांधी दावा कर रहे हैं कि मेरे दिवंगत पिता अरुण जेटली ने उन्हें कृषि कानूनों को लेकर धमकाया था। मैं उन्हें याद दिला दूं कि मेरे पिता का देहांत 2019 में हुआ था।’रोहन जेटली ने लिखा कि ‘राहुल गांधी का दावा है कि कृषि कानूनों को लेकर मेरे पिता ने उन्हें धमकाया, लेकिन कृषि कानून 2020 में लाए गए और 2019 में ही मेरे पिता का देहांत हो गया था।’ रोहन जेटली के बयान के बाद जहां बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो रही थी कांग्रेस आईटी सेल के पास कोई और चारा नहीं था कि पुरानी क्लिप निकालकर वायरल की जाए।