रायपुर। छत्तीसगढ़ में सहकारिता चुनाव की अटकलें तेज हो गई हैं। लंबे समय से रिक्त रहे छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी निर्वाचन आयुक्त पद पर राज्य सरकार ने पोस्टिंग कर दी है। 2009 बैच के रिटायर्ड आईएएस विपिन मांझी को इस पद पर पदस्थ किया गया है। इनका कार्यकाल दो वर्ष का रहेगा। इसी तरह बिलासपुर में राज्य सहकारी अभिकरण में रिटायर्ड जज श्रीनारायण सिंह को बतौर अध्यक्ष पदस्थ किया गया है। अभिकरण के अध्यक्ष का कार्यकाल तीन वर्ष का रहेगा। इन्हीं दोनों नियुक्तियों से अब कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश में जल्द ही सहकारिता चुनाव कराया जा सकता है। सहकारिता विभाग के उप सचिव केके भुआर्य की तरफ से दोनों नियुक्तियों के आदेश निकाले गए हैं।


सहकारी निर्वाचन आयुक्त के पद पदस्थ किए गए मांझी नारायणपुर के कलेक्टर रहे हैं। वहीं, राज्य सहकारी अभिकरण, बिलासपुर के अध्यक्ष बनाए श्रीनारायण सिंह गए चेयरमैन बनाए गए पूर्व जिला न्यायाधीश रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी निर्वाचन आयोग का मुख्य काम है सहकारी सोसायटियों के चुनावों का संचालन करना, निर्वाचक नामावली तैयार करना, और चुनावों पर अधीक्षण, निर्देशन और नियंत्रण रखना। छत्तीसगढ़ सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 1960 के तहत, राज्य सहकारी निर्वाचन आयोग को सहकारी सोसायटियों के चुनावों से संबंधित सभी मामलों का अधिकार दिया गया है। इसी तरह छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी अभिकरण एक महत्वपूर्ण संस्था है जो राज्य में सहकारी समितियों के विकास और प्रबंधन के लिए काम करती है। यह विभिन्न क्षेत्रों में सहकारी समितियों जैसे विपणन, मत्स्य पालन, दुग्ध उत्पादन को सहायता प्रदान करती है।