नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
मालेगांव ब्लास्ट में आरोपियों को बरी किए जाने के बाद तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भाजपा द्वारा इस फैसले के बाद विपक्ष खासतौर से कांग्रेस पर जमकर हमला किया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस ने धर्म को आतंकवाद से जोड़ने की बात का जमकर विरोध किया है।

दिग्विजय सिंह : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, “आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। हिंदू आतंकवाद या इस्लामी आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं है।”
इमरान प्रतापगढ़ी : कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “यह फैसला है, न्याय नहीं। कांग्रेस पहले दिन से कह रही है कि धर्म का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।”
अखिलेश यादव : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “जो बात मीडिया समझ रहा है, वही मैं भी समझ रहा हूं। कहीं ऐसा तो नहीं कि खबरें दबाने के लिए खबर लाई गई हो?”
असदुद्दीन ओवैसी : ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर कहा, “मालेगांव विस्फोट मामले का फैसला निराशाजनक है। विस्फोट में छह नमाजी मारे गए और लगभग 100 घायल हुए। उन्हें उनके धर्म के कारण निशाना बनाया गया। जानबूझकर की गई घटिया जांच/अभियोजन पक्ष ही बरी होने के लिए जिम्मेदार है।”
ओवैसी ने आगे लिखा, “विस्फोट के 17 साल बाद, अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। क्या मोदी और फडणवीस सरकारें इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगी, जिस तरह उन्होंने मुंबई ट्रेन विस्फोटों में आरोपियों को बरी करने पर रोक लगाने की मांग की थी? क्या महाराष्ट्र के ‘धर्मनिरपेक्ष’ राजनीतिक दल जवाबदेही की मांग करेंगे? उन छह लोगों की हत्या किसने की?”

कर्नल पुरोहित : लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित ने कहा, “मैं देश और उन सभी लोगों का बेहद आभारी हूं, जिन्होंने हमारे साथ खड़े होकर हमारा समर्थन किया। मैं न्यायपालिका का भी आभारी हूं, जिसने मामले को समझा और हम सभी को न्याय दिया। इस संघर्ष के दौरान सशस्त्र बल मेरे साथ खड़े रहे। उनके प्रति अपनी कृतज्ञता शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता…”

रविशंकर प्रसाद : फैसले के बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तीखे हमले बोले। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “आज का दिन ऐतिहासिक है। कांग्रेस का ‘हिंदू आतंकवाद’ षड्यंत्र आज ढह गया। किसी भी आरोपी के खिलाफ़ कोई सबूत नहीं था। यह वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस की सोची-समझी साजिश थी। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।”
हिमंता बिस्वा शर्मा : वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, “गृह मंत्री ने कहा था कि हिंदू आतंकवादी नहीं हो सकते। हमारी संस्कृति अहिंसा और शांति पर आधारित है। कांग्रेस ने एक समुदाय को खुश करने के लिए ‘भगवा आतंक’ शब्द गढ़ा।”
देवेंद्र फडणवीस : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “आतंकवादी न कभी भगवा था, न है और न कभी होगा। कांग्रेस ने हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की।”
कैलाश विजयवर्गीय : भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “मालेगांव में सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश हुई. ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द गढ़ने वालों पर अब कानूनी कार्रवाई होगी।”