INDIA के चार सांसद जेल में दोनों नन से मिलने पहुंचे तो जेल प्रशासन ने रोका, कहा – पहले भाजपा डेलीगेट मिलेंगे, धरने पर बैठे सांसद तो मिलने की दी अनुमति
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में कथित मानव तस्करी के केस में दो नन की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है। इस गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ से लेकर केरल तक राजनीति शुरू हो गई है। INDIA (इंडी अलायंस) केरल और ओडिशा के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को छत्तीसगढ़ पहुंचा। सबसे पहले दुर्ग जेल जाकर दोनों ननों से मुलाकात की। फिर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात करने मंत्रालय महानदी भवन पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा सांसद चलाकुडी से बेनी बेहनन, कोट्टायम से के. फ्रांसिस जॉर्ज, कोल्लम से एन. के. प्रेमचंद्रन, कोरापुट से सप्तगिरि उल्का और केरल विधानसभा सदस्य जी एम. जॉन शामिल थी। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से राज्य में हाल ही में चर्चा में आए धर्मांतरण प्रकरण की जानकारी साझा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक शांतिप्रिय और समरसता में विश्वास रखने वाला प्रदेश है, जहां सभी धर्मों के लोग सौहार्दपूर्वक रहते हैं। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि मामले की जांच न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जा रही है। कानून स्वतंत्र रूप से अपना कार्य कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि प्रदेश की बेटियां और नागरिक सुरक्षित और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें।
दरअसल, गिरफ्तार दोनों नन केरल की हैं और उन्हें दुर्ग में कथित तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ से लेकर केरल तक राजनीति गर्म है। इन चार सांसदों के अलावा केरल भाजपा के महामंत्री अनूप एंटनी भी छत्तीसगढ़ पहुंचे। अनूप एंटनी ने छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इसके अलावा केरल से कई मीडिया प्रतिनिधि भी डिप्टी सीएम के निवास पहुंचे हैं।
INDIA के सांसद रायपुर पहुंचकर सबसे पहले दुर्ग रवाना हुए। दुर्ग में पूर्व विधायक अरुण वोरा के घर पहुंचे। सांसद बेनी बहनन, फ्रांसिस जॉर्ज , एन के प्रेम चंदन, अनिल ए थॉमस दुर्ग पहुंचे। इस दौरान सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने कहा, ‘यह संवैधानिक अधिकारों का हनन है। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। हम ननों से मुलाकात करेंगे। उनसे वस्तु स्थिति का जायजा लेंगे।’ सांसद फ्रांसिस जार्ज ने कहा, ‘हम धार्मिक स्वतंत्रता के साथ हैं। यह अधिकारों का हनन है।’
जल्द ही दुर्ग केंद्रीय जेल में दोनों नन से मुलाकात होगी। इस दौरान पूर्व गृहमंत्री ताम्र धवज साहू भी मौजूद थे।। कांग्रेस की प्रभारी सचिव जरिता लेत फलांग भी मौजूद हैं। सप्तगिरी उल्का जेल में कवासी लखमा से मुलाकात के बाद दुर्ग पहुंचे।
सीएम से मिलेंगे INDIA के सांसद
दुर्ग जेल से मुलाकात के बाद रायपुर में इंडिया गठबंधन के सांसद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात करेंगे। आज शाम को चार बजे मुलाकात करेंगे। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि नन निर्दोष हैं। यह लोकतंत्र नहीं है। हमें मुख्यमंत्री से समय मिला है।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब मुझे पता चला की हमारे सांसद जेल के गेट के बाहर हैं। तब मैं यहां पहुंचा। इनसे कहा गया कि ये कल आएं। ये सभी लोकसभा का सत्र छोड़कर आए हैं। उन्होंने सवाल किया कि नहीं मिलने देने की कोशिश करने की वजह क्या है? आखिर इन्हें डर किस बात का है?
कल लोकसभा में उठेगा मुद्दा : प्रतिनिधि मंडल
मुलाकात के बाद केरल से सांसद एनके प्रेमचंदन ने कहा कि दो धार्मिक महिलाओं को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों नन तीन युवतियों को काम दिलाने ले जा रही थीं, तभी बजरंग दल ने मानव तस्करी और धर्मांतरण के गलत और मनगढ़ंत आरोप लगाकर पकड़ लिया और गिरफ्तार करा दिया। प्रेमचंदन ने ओडिशा, मणिपुर, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे बीजेपी शासित राज्यों में ईसाई समुदाय पर हमले बढ़े हैं। सांसदों ने ऐलान किया है कि इस मामले को कल लोकसभा में उठाया जाएगा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की कोशिश की जाएगी। जरूरत पड़ी तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करेंगे।
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सांसदाें के धरने पर बैठने के बाद मिली अनुमति
जेल गेट के बाहर ही सांसदों के धरने पर बैठने के बाद जेल प्रशासन ने मिलने की अनुमति दी। जेल प्रशासन की तरफ से कहा गया कि सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। वहीं गृह मंत्री से मुलाकात के बाद केरल भाजपा के महामंत्री अनूप एंटनी भी दुर्ग पहुंचने वाले हैं। इनके अलावा सीपीआई (एम) के बृंदा करात, सांसद के राधाकृष्णन, जोश के मनी, एए रहीम, पीपी सुनीर, सीपीआई के नेता ऐनी राजा, छत्तीसगढ़ सीपीआई एम के धनंजय महापात्रा भी पहुंचे हैं। ये भी गिरफ्तार नन से मुलाकात करेंगे।
INDIA सांसदों को मिलने से रोका तो धरने पर बैठे सांसद
जानकारी के अनुसार दुर्ग में सबसे पहले पूर्व विधायक अरुण वोरा के घर पहुंचे। वहां से निकलकर जब INDIA के सांसद और कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल जेल पहुंचे तो जेल के बाहर को उन्हें रोक दिया गया। सांसदों को रोका गया। सांसदों को जेल में मुलाकात करने जाने नहीं दिया जा रहा है। जेल प्रशासन ने समय खत्म होने की बात कहकर मिलने से मना किया। नाराज सांसद जेल के बाहर खड़े हैं। गेट के बाहर ताला लगाया गया है। जेल प्रशासन के इस रवैये से मामला गरमा गया है। दुर्ग में सांसद धरने पर बैठ गए हैं। जेल के अधिकारियों से बहस हुई है। सांसदों ने कहा, जेल प्रशासन कह रहा है कि पहले बीजेपी डेलीगेट मिलेगा। उसके बाद कल इन सांसदों को मिलने की अनुमति मिलेगी।