[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
क्या बृजमोहन–अमर को किसी कनिष्ठ नेता के नेतृत्व में काम करना होगा? भाजपा की जीएसटी टीम से पार्टी में असहजता का माहौल
“मछली ब्रदर्स”: गुड़, गुलगुले और बीजेपी
AI वीडियो के इस्‍तेमाल पर कांग्रेस पर FIR, बीजेपी ने कहा-धूमिल हुई पीएम मोदी और उनकी मां की छवि
हिंदी दिवस पर ‘हिंदी की बदलती दुनिया’ पर संगोष्ठी कल
सत्ता के लिए साजिश में ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को 27 साल की सजा, फैसले से नाराज ट्रंप ने ठोंक दिया 50% टैरिफ
पटना में बर्खास्त संविदाकर्मियों का हल्‍लाबोल, घेर लिया भाजपा दफ्तर, नड्डा की मीटिंग की जगह बदली
हिंसा के 2 साल 4 महीने बाद मणिपुर पहुंचे मोदी, कहा- ‘मैं आपके साथ’
साहित्य का अनोखा संगम ‘हिंद युग्म उत्सव’ का चौथा संस्करण रायपुर में
बीजापुर मुठभेढ में 8 लाख रूपये के 2 ईनामी माओवादी ढेर
रायपुर में न्यूड पार्टी का पोस्टर वायरल, कांग्रेस ने खोला मोर्चा, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

चीनी संचार डिवाइस से मिला पहलगाम आतंकियों का सुराग

Lens News Network
Last updated: July 29, 2025 4:14 pm
Lens News Network
ByLens News Network
Follow:
Share
SHARE

नई दिल्ली। कुछ दिन पहले चालू हुए एक चीनी संचार उपकरण ने भारतीय सुरक्षा अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम जंगल में तीन आतंकवादियों को पकड़ने में मदद की। उच्च प्रशिक्षित कर्मियों की एक टीम को यह मिशन पूरा करने में तीन घंटे से भी कम समय लगा, जिसके परिणामस्वरूप तीनों आतंकवादी मारे गए, जो कथित तौर पर पहलगाम हमले से जुड़े थे, जिनमें मास्टरमाइंड हाशिम मूसा भी शामिल था।

खबर में खास
तीनों आतंकी निकले विदेशी नागरिक14 दिन पहले ट्रैक हुआ चाइनीज संदेशचरवाहों ने दी जानकारी, फिर कैसे फंसे आतंकी?एनकाउंटर के बाद मुठभेड़ स्थल पर हथियार और बर्तनउपराज्यपाल ने दी बधाई, राजेश नरवाल ने की प्रशंसा

“जो चले गए वो वापस नहीं आएंगे, लेकिन आतंक का अंत होना ही चाहिए। हमें भारतीय सेना पर गर्व है।” “यह दर्द कभी खत्म नहीं होगा, शायद कभी इसका अंत न हो। लेकिन कम से कम अब, यह जानकर हम थोड़ी चैन की नींद सो सकते हैं कि मेरे पति को मारने वाले अब नहीं रहे।”

पहलगाम हमले के पीड़ितों के परिवारों की यह कुछ प्रतिक्रियाएं थीं, जो भारतीय सेना द्वारा सोमवार (28 जुलाई) को ऑपरेशन महादेव नामक अभियान में 22 अप्रैल की त्रासदी के मास्टरमाइंड सहित तीन आतंकवादियों को सफलतापूर्वक मार गिराए जाने के तुरंत बाद आई थीं।

तीनों आतंकी निकले विदेशी नागरिक

आतंकवादियों को मार गिराने वाला यह अभियान भारतीय सेना की चिनार कोर द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिडवास क्षेत्र में चलाया गया था। जम्मू-कश्मीर मुठभेड़ में सेना ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया, अधिकारियों ने पहलगाम के मास्टरमाइंड की मौत की पुष्टि की है।

आतंकवादियों की पहचान हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान के रूप में हुई। जिसे पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। अन्य दो की पहचान यासिर और अबू हमजा के रूप में हुई है। ये तीनों विदेशी नागरिक थे और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े थे।लेकिन भारतीय अधिकारियों ने इन तीन आतंकवादियों का पता कैसे लगाया और उन्हें कैसे मार गिराया? इस ऑपरेशन के पीछे के नाम का क्या महत्व है? हम आपको सारे जवाब और बहुत कुछ बताएंगे।

14 दिन पहले ट्रैक हुआ चाइनीज संदेश

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद से, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, कश्मीर में सुरक्षाकर्मी हाई अलर्ट पर हैं और हमले में शामिल लोगों का सुराग ढूंढने में लगे हैं।

आखिरकार 14 दिन पहले उन्हें एक संदिग्ध संदेश ट्रैक करने में सफलता मिली। सुरक्षा बलों को एक चीनी अल्ट्रा-रेडियो संचार के सक्रिय होने की सूचना मिली, जिसके बाद यह अभियान चलाया गया। लश्कर-ए-तैयबा एन्क्रिप्टेड संदेशों के लिए चीनी रेडियो का इस्तेमाल करता है और कथित तौर पर पहलगाम आतंकी हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया था।

चरवाहों ने दी जानकारी, फिर कैसे फंसे आतंकी?

दो दिन पहले, आतंकवादियों के समूह ने संचार उपकरण को एक बार फिर सक्रिय कर दिया, जिससे सुरक्षा अधिकारियों को उनकी सटीक लोकेशन दाचीगाम वन क्षेत्र का पता चल गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्थानीय चरवाहों ने भी जानकारी दी, जिससे सुरक्षा बलों को आतंकवादियों की लोकेशन का पता लगाने में मदद मिली।

जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम जंगलों तक उनकी पहुँच को सीमित करते हुए, अधिकारियों ने उनके सटीक स्थान का पता लगाने के लिए इलाके में कई इकाइयाँ तैनात कीं। दाचीगाम जंगल के दो हिस्से हैं.0एक दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम तक फैला है और दूसरा गंदेरबल जिले को जोड़ता है।

आतंकवादियों का पता चलने के बाद, सुरक्षाकर्मियों ने सोमवार को उस इलाके में एक ड्रोन उड़ाया ताकि आतंकवादियों की स्पष्ट तस्वीर ली जा सके। तस्वीरें मिलते ही, राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो महादेव पहाड़ी पर चढ़ गए।

एनकाउंटर के बाद मुठभेड़ स्थल पर हथियार और बर्तन

इसके बाद टीम ने अचानक से आतंकवादियों को घेर लिया और लगभग 11.30 बजे उन्हें मार गिराया। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 45 मिनट बाद, मुठभेड़ स्थल के दो किलोमीटर के दायरे में सफाई अभियान शुरू किया गया। और दोपहर 12:45 बजे, आतंकवादियों के शवों की पहचान कर ली गई और उनकी तस्वीरें खींची गईं।

ऑपरेशन महादेव के सफ़ाई चरण के दौरान, सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से हथियार भी बरामद किए। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, एक अमेरिकी निर्मित कार्बाइन , एक एके-47, 17 राइफल ग्रेनेड और अन्य सामग्रियाँ बरामद की गईं। जिन्हें नहीं पता, उनके लिए बता दें कि राइफल ग्रेनेड विस्फोटक उपकरण होते हैं जिन्हें राइफल की बैरल या ग्रेनेड लॉन्चर से दागा जाता है, हाथ से नहीं फेंका जाता। ये 200 मीटर से भी दूर स्थित लक्ष्यों को भेदने में सक्षम होते हैं।

उपराज्यपाल ने दी बधाई, राजेश नरवाल ने की प्रशंसा

ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकवादियों के मारे जाने पर कई लोगों ने इसमें शामिल लोगों की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने दाचीगाम ऑपरेशन के लिए सुरक्षा बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन खत्म होने के बाद पुलिस और सुरक्षा बल अधिक जानकारी दे पाएंगे। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे ऐसे ऑपरेशन कई महीनों से चल रहे हैं, जिनमें आतंकवादियों का सफाया किया जा रहा है।”

इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के परिवारों ने कहा है कि आतंकवादियों के मारे जाने से उन्हें कुछ राहत मिली है। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए, पहलगाम हमले में अपने बड़े भाई को खोने वाले विकास कुमरावत ने पीटीआई-भाषा से कहा , “हम काफी समय से सोच रहे थे कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादी अभी तक पकड़े क्यों नहीं गए? सेना द्वारा इस हमले के मास्टरमाइंड को मार गिराए जाने की खबर से हम बेहद खुश और राहत महसूस कर रहे हैं। यह कार्रवाई हमारी सरकार और सेना की एक विशेष उपलब्धि है।”

हरियाणा के नवल में, शहीद भारतीय नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने सशस्त्र बलों की बहादुरी की सराहना की। राजेश नरवाल ने कहा, “मैं सेना, हमारे अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को उनकी बहादुरी के लिए सलाम करना चाहता हूँ।” उन्होंने आगे कहा, “जिस तरह से उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए उनका पीछा किया, वह कोई आसान काम नहीं है। मैं उनकी बहादुरी के लिए उन्हें सलाम करता हूँ। उन्हें इसके लिए सम्मानित किया जाना चाहिए।”

TAGGED:Chinese communication devicepahalgam attackTop_News
Previous Article Arrest of a Nun in Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में 2 ननों की गिरफ्तारी पर देश की सियायत गर्म, जेल में दोनों से मिलने के बाद INDIA का दल CM से मिला
Next Article Mallikarjun Kharge खरगे के मोदी से सीजफायर पर चार कड़े सवाल

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में इसरो के खिलाफ फैसला, आखिर क्या है 1.29 अरब डॉलर का मामला?

द लेंस डेस्क। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों की पीठ ने पिछले हफ्ते सर्वसम्मति…

By Lens News

The last attempt by a hegemon

The United States yesterday used its infamous B2 bombers to bomb Iran’s nuclear sites of…

By Editorial Board

विनोद कुमार शुक्ल को कैसे देखते हैं पांच बड़े कवि, आलोचक और पत्रकार

हमारे समय के महत्त्वपूर्ण कवि-उपन्यासकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित करने की…

By The Lens Desk

You Might Also Like

INDIA ON POK
देश

भारत का पाकिस्तान को कड़ा संदेश, POK पर कब्जा अस्वीकार्य, तीसरे देश का दखल नहीं सहेगा भारत

By पूनम ऋतु सेन
Rahul Gandhi Raebareli visit
अन्‍य राज्‍य

राहुल गांधी पहुंचे रायबरेली, धरने पर क्‍यों बैठे योगी सरकार के मंत्री?

By अरुण पांडेय
देश

14 बदलाव के साथ वक्फ संशोधन विधेयक को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी, विपक्ष जता चुका है एकतरफा विरोध

By The Lens Desk
Hasdeo Forest
देश

हसदेव में अब पांच लाख पेड़ काटने की तैयारी!

By Lens News
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?