Gaurav Gogoi Parliament : सोमवार को संसद के मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस चर्चा की शुरुआत की। इसके बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार से कई सवाल उठाए। गोगोई ने पूछा कि सरकार यह स्पष्ट क्यों नहीं करती कि पहलगाम में आतंकी हमला कैसे हुआ और आतंकी कैसे घुसपैठ करने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि सरकार वही दावे दोहरा रही है, जो 2016 और पुलवामा हमले के बाद किए गए थे। ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में गोगोई ने सवाल किया कि जब राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य युद्ध नहीं था, तो यह स्पष्ट क्यों नहीं किया गया कि युद्ध क्यों नहीं हुआ। साथ ही उन्होंने पूछा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत कब अपने नियंत्रण में लेगा। इस पर घेरते हुए गोगोई ने ये भी कहा कि सरकार अब भी कह रही है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी कंप्लीट नहीं हुआ है, ये खुद कह रहे हैं. पाकिस्तान इसके बाद भी कुछ कर सकता है. ये खुद कह रहे हैं तो यह सफल कैसे हुआ?
सीजफायर और चीन की भूमिका पर सरकार दे जवाब : गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने संसद में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 26 बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम करवाया। ट्रम्प का कहना है कि इस दौरान पांच लड़ाकू विमान नष्ट हुए, जिनमें से प्रत्येक की कीमत करोड़ों रुपये थी। गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि युद्ध में कितने लड़ाकू विमान खोए गए और सीजफायर की वजह क्या थी। उन्होंने पूछा कि अगर पाकिस्तान वाकई हार मानने को तैयार था, तो सरकार ने किसके दबाव में झुककर युद्धविराम स्वीकार किया।गोगोई ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान इस युद्ध में केवल मोहरा था, जबकि असली ताकत चीन थी। उन्होंने सेना के हवाले से कहा कि पाकिस्तान के पीछे चीन का समर्थन था, और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि जो सरकार चीन को आंख दिखाने की बात करती है, उसने इस मुद्दे पर चुप्पी क्यों साध रखी है। गोगोई ने मांग की कि रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री यह स्पष्ट करें कि युद्ध में चीन ने पाकिस्तान को कितनी और किस तरह की मदद दी। यह जानकारी देश की सेना से नहीं, बल्कि सरकार के शीर्ष नेतृत्व से जानना जरूरी है।
पहलगाम में आतंकी कैसे घुसे, सरकार ये क्यों नहीं बताती: गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने संसद में कहा कि इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य सच्चाई को सामने लाना है। उन्होंने मांग की कि पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और विदेश नीति से जुड़े तथ्य सदन के सामने स्पष्ट किए जाएं। गोगोई ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भले ही कई जानकारियां साझा कीं, लेकिन यह नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी देश में कैसे दाखिल हुए। पांच आतंकियों ने 26 पर्यटकों पर हमला कैसे कर दिया, इस पर रक्षा मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष का दायित्व है कि वह देशहित में सवाल उठाए। देश जानना चाहता है कि ये पांच आतंकी सीमा पार करके भारत में कैसे घुसे और उनका इरादा क्या था। गोगोई ने आरोप लगाया कि आतंकी भारत में सांप्रदायिक तनाव भड़काने और भारत-पाकिस्तान के बीच टकराव पैदा करने की मंशा रखते थे। रक्षा मंत्री ने सैनिकों की बहादुरी का तो जिक्र किया, लेकिन आतंकियों के मंसूबों पर चुप्पी साध ली। गोगोई ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की तारीफ की जिन्होंने इस हमले के दौरान पर्यटकों की मदद की और कहा कि पूरे देश ने उनकी इस मानवता के लिए सराहना की। यह भारत की संस्कृति का प्रतीक है।उन्होंने गर्व जताते हुए कहा कि सभी विपक्षी दलों ने एकजुट होकर सरकार को समर्थन देने की बात कही, लेकिन साथ ही सवाल उठाया कि 100 दिन बीत जाने के बावजूद सरकार उन पांच आतंकियों को पकड़ने में नाकाम क्यों रही। देश इस सवाल का जवाब चाहता है।