रायपुर। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी से सवाल करना भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत को भारी पड़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने रवि भगत को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों ना उनको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ही निष्कासित कर दिया जाए।

रवि भगत ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए वित्त मंत्री से जिला खनिज न्यास की राशि के खर्च को लेकर तीखे सवाल किए थे।उन्होंने कटाक्ष के साथ लिखा था – ‘…सरकार का पैसा भी रायगढ़ विधानसभा में ही और डीएमएफ, सीएसआर का पैसा भी रायगढ़ विधानसभा में ही खर्च हो और धर्मजयगढ़, लैलूंगा विधानसभा के लोग सिर्फ रोड एक्सीडेंट में बे–मौत मरें, धूल खाएं, जमीन देकर बेघर हों, बस रायगढ़ का विकास होना चाहिए। गजब का एकतरफा विकास है। डीएमएफ, सीएसआर के नियम जाए चूल्हे में।’
रवि भगत ने यह भी लिखा – ‘DMF, CSR और जनजाति (आदिवासी) एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जहां जनजाति समाज रहता है, वहीं खदान उद्योग लगते हैं, जिसकी कीमत वहां के गांव वालों को चुकानी पड़ती है जिसमें अधिकतर जनजाति समाज के लोग रहते हैं। क्योंकि खदान उद्योंगों से प्राप्त होने वाले राजस्व का एक हिस्सा उद्योग से प्रभावित क्षेत्र के मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खर्च हो, इसी उद्देश्य से डीएमएफ, सीएसआर की योजना बनी है। ऐसे में इस राशि का उपयोग प्रभावित क्षेत्र के अलावा कहीं और किया जाएगा तो ये जनजाति समाज के साथ अन्याय है और इसी अन्याय के विरुद्ध मैं हूं।’
रवि भगत की यह पोस्ट अत्यंत वायरल हुई और पार्टी तथा सरकार के लिए असुविधाजनक मानी गई।
इस पोस्ट के आधार पर पार्टी ने शनिवार को रवि भगत को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
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