जयपुर। राजस्थान शिक्षा विभाग ने झालावाड़ जिले के एक सरकारी स्कूल में छत गिरने से सात छात्रों की मौत हो गई और 28 अन्य घायल हो गए। इसके बाद शुक्रवार को पांच शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) द्वारा स्टाफ सदस्यों मीना गर्ग, जावेद अहमद, रामविलास लववंशी, कन्हैयालाल सुमन और बद्रीलाल लोढ़ा को निलंबित कर दिया गया।
इस घटना से जनाक्रोश भड़क उठा और स्थानीय लोगों ने विरोध में झालावाड़-मनोहरथाना मार्ग जाम कर दिया। जिसकी वजह से पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
त्रासदी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वीडियो संदेश में कहा, ‘एक दुखद घटना है। मैं इस घटना में मासूम बच्चों की मौत से दुखी हूं। राज्य सरकार इस घटना से प्रभावित परिवारों के साथ है। प्रशासन को घायलों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।’
महत्वपूर्ण है कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया मौके पर पहुंची और प्रेस को दिए आगे बयान में जर्जर स्कूल भवनों को चिह्नित गिराने की मांग की।
उमुख्यमंत्री, ‘राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री मदन दिलावर को स्थिति की समीक्षा के लिए भेजा गया है। राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कोई भी इमारत जर्जर न हो। मामले की जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो।’