रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत जिला खनिज न्यास (DMF) के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा है। वे रायगढ़ में डीएमएफ के मद खर्च के अलावा तमनार, घरघोड़ा और आदिवासियों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। रवि भगत ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी को जिला खनिज न्यास (DMF) के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की है। रायगढ़ जिले में डीएमएफ का ज्यादातर मद सिर्फ रायगढ़ विधानसभा में खर्च करने पर रवि भगत ने सवाल खड़े किए हैं। रवि भगत ने सोशल मीडिया में इस संबंध में कई पोस्ट किए हैं और डीएमएफ की राशि खर्च को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। अपने पोस्ट में भाजयुमो अध्यक्ष ने तमनार और घरघोड़ा का भी जिक्र कर लिखा, ‘समुद्र के हकदार बूंद बूंद से संतुष्ट है। तो नीति कुछ भी बने ताकतवर अपनी चलाएगा।’

एक पोस्ट में रवि भगत ने सीधे तौर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी का नाम लेकर लिखा, ‘वित्त मंत्री ओपी चौधरी जी, आप हमसे अधिक अध्ययनशील हैं। कलेक्टर रहते आपके पास सरकार की बनाई नीतियों को धरातल में क्रियान्चयन करने का एक लंबा अनुभव भी है, इसलिए आपसे निवेदन है कि जिस प्रकार आप विभिन्न विषयों पर लाइव आकर लंबे समय से छत्तीसगढ़ की जनता को जानकारी देकर मार्गदर्शन करते हैं। उसी प्रकार आपसे आग्रह है कि किसी दिन समय निकाल कर डीएमएफ की योजना को केंद्र सरकार ने किस सोच के साथ कैसी नीति बनाई है, इसकी भी जानकारी दे देते तो छत्तीसगढ़ के साथ देश की जनता को भी लाभ मिलता।’

सोशल मीडिया पोस्ट में रवि भगत ने DMF, CSR और जनजाति को एक दूसरे से जुड़ते हुए सवाल किया। रवि ने लिखा, ‘DMF, CSR और जनजाति (आदिवासी) एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। जहां जनजाति समाज रहता है, वहीं खदान उद्योग लगते हैं, जिसकी कीमत वहां के गांव वालों को चुकानी पड़ती है जिसमें अधिकतर जनजाति समाज के लोग रहते हैं। क्योंकि खदान उद्योंगों से प्राप्त होने वाले राजस्व का एक हिस्सा उद्योग से प्रभावित क्षेत्र के मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खर्च हो, इसी उद्देश्य से डीएमएफ, सीएसआर की योजना बनी है। ऐसे में इस राशि का उपयोग प्रभावित क्षेत्र के अलावा कहीं और किया जाएगा तो ये जनजाति समाज के साथ अन्याय है और इसी अन्याय के विरुद्ध मैं हूं। उद्योग खदान प्रभावित क्षेत्र के जनजाति सरपंच आप सभी से आग्रह की आपके क्षेत्र के जरूरत के अनुसार आप ग्रामसभा में प्रस्ताव करके जिला कलेक्टर से डीएमएफ की राशि आपके ग्राम सभा के प्रस्ताव की मांग करें। कलेक्टर बाध्य है आपकी मांग मानने के लिए। एक बार ग्राम सभा का प्रस्ताव लेकर जाओ तो सही।’

इसके अलावा अपने एक अन्य पोस्ट में रवि भगत ने रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में हो रहे काम को लेकर भी सवाल किया। रवि ने लिखा, ‘सरकार का पैसा भी रायगढ़ विधानसभा में ही और डीएमएफ, सीएसआर का पैसा भी रायगढ़ विधानसभा में ही खर्च हो और धर्मजयगढ़, लैलूंगा विधानसभा के लोग सिर्फ रोड एक्सीडेंट में बे मौत मरें, धूल खाएं, जमीन देकर बेघर हों, बस रायगढ़ का विकास होना चाहिए। गजब का एकतरफा विकास है। डीएमएफ, सीएसआर के नियम जाए चूल्हे में।’ यह पोस्ट भाजयुमो अध्यक्ष ने पहाड़ मंदिर बनने को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स के साथ की है। इस रिपोर्ट में यह बताया गया कि डीएमएफ के साथ अब सीएसआर का खजाना भी खोला गया है।
रवि भगत ने पिछले दो दिनों में डीएमएफ और सीएसआर को लेकर वित्त मंत्री ओपी चौधरी और छत्तीसगढ़ सरकार को घेरते हुए 6 पोस्ट किए हैं। इन पोस्ट में दो पोस्ट में डीएमएफ के बारे में बताया। इन पोस्ट में जनप्रतिनिधियाें को भी घेरते हुए लिखा, ‘सदन में बैठकर आप इस विषय पर आवाज नहीं उठाएंगे और रवि भगत का समर्थन करेंगे तो ऐसे समर्थन से कुछ नहीं होगा।’

रवि भगत के अपनी ही सरकार के मंत्री को इस तरह से घेरने पर thelens.in ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिला। जैसे ही उनका पक्ष मिलता है तो उसे भी इस रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।