छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नाकेबंदी को बताया फेल, कहा – प्रदेश की जनता ने इस नाकेबंदी को नहीं किया सपोर्ट, दूसरी तरफ चैतन्य के 5 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल
रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने मंगलवार को आर्थिक नाकेबंदी की। इस नाकेबंदी के तहत कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में नेशनल हाईवे से लगे सभी जिलों में प्रदर्शन किया और हाईवे पर चक्का जाम किया। दोपहर 12 से 2 बजे तक कांग्रेस की यह नाकेबंदी रही। कांग्रेस इस प्रदर्शन को लेकर उत्साह में है कि उसकी आर्थिक नाकेबंदी सफल रही। वहीं भाजपा की तरफ से इसे फेल बताया गया। दूसरी तरफ आज 5 दिन की ईडी रिमांड पूरी होने के बाद चैतन्य बघेल को ईडी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया।
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हाईवे पर चक्का जाम कांग्रेस की तरफ से किया गया। प्रदेश कांग्रेस ने सभी जिलों में आर्थिक नाकेबंदी और चक्का जाम के लिए प्रभारी नियुक्त किए थे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज खुद जगदलपुर में आमागुड़ा में इस नाकेबंदी में शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर के वीआईपी चौक और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत बिलासपुर और जांजगीर में आर्थिक नाकेबंदी और चक्का जाम में शामिल हुए। रायपुर के वीआईपी चौक में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हुआ और हावड़ा-मुंबई मुख्य मार्ग में दोनों तरफ चक्का जाम कर दिया। एक तरफ पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा धरने पर बैठे थे। तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद मोर्चा संभाल रहे थे। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे भी वीआईपी चौक में ही अपने-अपने संगठन के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। चक्का जाम के दौरान जो बसें खड़ीं थी, उसमें चढ़कर युवा कांग्रेस के नेताओं ने नारेबाजी की।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने नेशनल हाईवे वाले 12 जिलों के लिए 12 प्रभारी बनाए थे। इन प्रभारियों को अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में नाकेबंदी को सफल बनाने के निर्देश दिए गए थे। इन सभी प्रभारियाें की जिम्मेदारी थी कि प्रभार वाले जिले में सभी जिला कांग्रेस कमेटी, शहर कांग्रेस कमेटी और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों सहित स्थानीय सांसद, पूर्व सांसद, विधायक और पूर्व विधायकों सहित जिले के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क कर समन्वय बनाएं और सफल बनाएंं।
आर्थिक भ्रष्टाचार करने वालों ने किया आर्थिक नाकेबंदी: अरुण साव
कांग्रेस के आर्थिक नाकेबंदी को लेकर एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस के नाकेबंदी को छत्तीसगढ़ की जनता और व्यापारियों ने नजरअंदाज कर दिया है। छत्तीसगढ़ की जनता कभी भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती। अरुण साव ने कहा, ‘कांग्रेस एक पुरानी पार्टी है, लेकिन वह जिस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रही है, क्या वह कोई जनहित का मुद्दा है?’ उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस उस व्यक्ति के समर्थन में प्रदर्शन कर रही है जिसने शराब घोटाले से अपराध की कमाई प्राप्त की और उस पैसे का इस्तेमाल रियल एस्टेट बिजनेस में किया? अरुण साव ने पूछा, ‘क्या वह व्यक्ति कांग्रेस में कोई पद पर था?’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने एक ऐसे व्यक्ति के लिए आर्थिक नाकेबंदी की जो कथित तौर पर आर्थिक अपराध में लिप्त है।’ अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस का यह प्रदर्शन भूपेश बघेल के दबाव में किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा भ्रष्ट लोगों के समर्थन में खड़ी रहती है और आज का प्रदर्शन इसका प्रमाण है। वहीं, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इसे जनता को परेशान करने वाला बताया। ईडी तथ्यों पर कार्रवाई करती है। इसका कांग्रेस और भाजपा से कोई लेना देना नहीं है।
14 दिन के लिए जेल भेजे गए चैतन्य बघेल
5 दिन की ईडी की रिमांड खत्म होने के बाद चैतन्य बघेल को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। स्पेशल कोर्ट में पेशी के बाद चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने इसकी जानकारी दी। केंद्रीय जेल में सुरक्षा को लेकर आवेदन लगाया गया। परिजनों और वकीलों को तय समय के अनुसार मिलने की अनुमति दी गई है। चैतन्य बघेल को 4 अगस्त को फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन 18 जुलाई को ईडी ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में चैतन्य को गिरफ्तार किया था। उस दिन चैतन्य का जन्मदिन भी था। ईडी की टीम ने चैतन्य को कोर्ट में पेश किया। जहां करीब डेढ़ घंटे की सुनवाई के बाद ईडी को पांच दिन की रिमांड मिली। कोर्ट ने चैतन्य बघेल को 22 जुलाई तक की ED की रिमांड पर भेजा था। 22 जुलाई यानी कि आज ईडी ने कोर्ट में चैतन्य को पेश कर न्यायिक रिमांड में भेजने की बात कही।
इसे भी पढ़ें : ED का बड़ा खुलासा, चैतन्य बघेल को घोटाले से मिले 16 करोड़ 70 लाख को रियल स्टेट में किया निवेश