नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र (parliament monsoon session) का आगाज हंगामेदार रहा है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है। दो बजे जब कार्यवाही शुरू हुई तो हंगामे के कारण फिर से 4 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
हंगामे के बाद सदन से बाहर निकलकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, ‘मुद्दा यह है कि सदन में रक्षा मंत्री और उनकी पार्टी के लोगों को बोलने की पूरी छूट है, लेकिन विपक्ष के किसी सदस्य को अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया जाता। मैं लोकसभा में विपक्ष का नेता हूं, मेरा अधिकार है कि मुझे बोलने दिया जाए, लेकिन मुझे कभी अवसर नहीं मिलता। यह सरकार का नया तरीका है। प्रधानमंत्री मोदी सदन में आते हैं और पलक झपकते निकल जाते हैं, बिना किसी चर्चा के। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर सरकार के लोग बोल सकते हैं, तो विपक्ष को भी अपनी बात कहने का समान अवसर मिलना चाहिए। हम कुछ कहना चाहते हैं, लेकिन हमें अनुमति नहीं दी जाती।’
पहले विपक्षी सदस्य ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करना चाहते थे, लेकिन अध्यक्ष बिरला का कहना था कि चर्चा प्रश्नकाल के बाद कराएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देगी। समाचार दिए जाने तक राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे पहलगाम के आतंकियों के अब तक न पकड़े जाने पर सरकार से जवाब मांग रहे थे। इस दौरान बहस हुई जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी सभापति जगदीप धनकड़ ने स्थगित कर दी।
पीएम ने मानसून सत्र को कहा – विजयोत्सव
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्र की शुरुआत को विजयोत्सव बताते हुए कहा, ‘पहलगाम में हुए क्रूर अत्याचार और नरसंहार ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। दलगत स्वार्थ को परे रखकर, देशहित में, हमारे अधिकांश दलों के प्रतिनिधियों ने दुनिया के अनेक देशों में जाकर एक स्वर में, दुनिया के सामने पाकिस्तान को बेनकाब करने का बहुत ही सफल अभियान चलाया। मैं उन सभी सांसदों की, सभी दलों की राष्ट्रहित में किए गए इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए सराहना करना चाहता हूं और इससे देश में एक सकारात्मक माहौल बना है।’
डीएमके पहलगाम पर बहस को आमादा
डीएमके सांसद टी. आर. बालू ने कहा, “हम पहलगाम हमले का मुद्दा हर कीमत पर उठाएंगे, यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम एयर इंडिया के विमान दुर्घटना का मुद्दा भी उठाएंगे। प्रधानमंत्री को सदन में आकर बताना चाहिए कि क्या हुआ।”
सर्वदलीय बैठक में पीएम फिर नदारद
संसद के मानसून सत्र के पहले सीपीआई (एम) सांसद अमरा राम ने कहा, “पहलगाम (आतंकी हमले) पर एक विशेष सत्र होना चाहिए था। जब प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने नहीं आते हैं, तो यह दर्शाता है कि वे कोई चर्चा नहीं करना चाहते हैं।” गौरतलब है कि पीएम मोदी सर्वदलीय बैठक में नहीं पहुंचे थे।
रेणुका चौधरी का स्थगन प्रस्ताव
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी ने नियम 267 के तहत “आंतरिक सुरक्षा में गंभीर चूक, जिसके कारण पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की दुखद जान गई, पाकिस्तान से सीमा पार से आतंकवाद फैला; और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम के बाद सरकार की विदेश नीति पर विचार-विमर्श” पर चर्चा करने के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया।
सुरजेवाला ने दिया स्थगन प्रस्ताव
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने राज्यसभा में पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस दिया।