रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में EOW ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों से EOW दफ्तर में पूछताछ की गई है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।कोर्ट ने EOW को तीनों आरोपियों की 4 दिनों यानी 26 जुलाई तक की रिमांड पर भेजा है। ED और EOW की FIR में तीनों आरोपियों का नाम शामिल है। CG Liquor Scam
EOW ने सोमवार सुबह मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राईवेट लिमीटेड के मनीष मिश्रा और सी.ए. मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राईवेट लिमीटेड के संजय कुमार मिश्रा और कारोबारी अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया है। संजय और मनीष मिश्रा आपस में सगे भाई हैं। दोनो ने नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक कंपनी बनाकर FL10 A लेकर विदेशी शराब की सप्लाई करते थे। ED के आरोप पत्र के मुताबिक मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटैक प्राइवेट लिमिटेड को 46 करोड़ 22 लाख 30 हजार 501 रुपए का लाभ प्राप्त हुआ है।
विदेशी शराब निर्माताओं से रिश्वत वसूलने के लिए FL10-ए लाइसेंस लागू किया गया, जो अनवर ढेबर के पक्षधर तीन फर्मों को दिया गया था। इनमें एफएल 10ए लाइसेंस मेसर्स नेक्सजेन पावर इंजिटेक प्राइवेट लिमिटेड के संजय मिश्रा और मनीष मिश्रा समेत अन्य लोगों को दिया गया था। इन लाइसेंस धारकों को षड्यंत्र के तहत विदेशी शराब की आपूर्ति का टेंडर दिया गया। तीनों लाइसेंस धारक कंपनियों ने विदेशी शराब निर्माता कंपनियों से शराब खरीदकर राज्य सरकार को उपलब्ध कराई, जिससे उन्हें 10% का लाभ हुआ. इस लाभ में से 60% हिस्सा औद्योगिक इकाई को दिया गया और शेष 40% हिस्सा लाइसेंस धारकों को मिल।