[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
जबलपुर पुलिस ने ‘मुस्कान’ अभियान के तहत 73 लापता बच्चों को बचाया, 53 नाबालिग लड़कियां शामिल
महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में ₹82 लाख के इनाम वाले 11 नक्सलियों ने किया सरेंडर
HPZ Token Crypto Investment Scam:  दो चीनी नागरिकों सहित 30 के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा, 16 जुलाई को यमन में दी जा सकती है फांसी  

अरुण पांडेय
अरुण पांडेय
Published: July 14, 2025 2:47 PM
Last updated: July 14, 2025 2:47 PM
Share
Nimisha Priya News
SHARE

द लेंस डेस्‍क। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को हत्‍या मामले में 16 जुलाई को फांसी दिए जाने की तारीख मुकर्रर की गई है, लेकिन उसे बचाने की आखिरी कोशिश के तौर पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में यचिका पर सुनवाई हुई। जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि इस मामले में वह ज्‍यादा कुछ नहीं कर सकती।

सुप्रीम कोर्ट में अटॉर्नी जनरल ने कहा कि यह एक निजी मामला है और सरकार की भूमिका सीमित है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने मामले में गोपनीय रूप से हरसंभव कोशिश की है। जज ने पूछा कि क्या सरकार यमनी परिवार से ब्लड मनी पर बातचीत कर सकती है, जिसके जवाब में केंद्र ने कहा कि यह उनके नियंत्रण में नहीं है।

याचिकाकर्ता ने कोर्ट से अनुरोध किया कि रियाद स्थित भारतीय दूतावास के माध्यम से परिवार से बातचीत की जाए और जरूरत पड़ने पर अधिक राशि देने की पेशकश भी की। न्यायमूर्ति संदीप मेहता ने कहा कि अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 18 जुलाई को तय की।

इससे पहले केरल के मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार यमन में मौत की सजा का सामना कर रही नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई के लिए सभी संभव प्रयासों का समर्थन कर रही है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मैंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर निमिषा प्रिया की रिहाई के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। केरल सरकार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए काम कर रहे सभी लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।”

नर्स निमिषा पर क्‍या हैं आरोप

निमिषा प्रिया जो केरल के पलक्कड़ की रहने वाली 38 वर्षीय नर्स हैं, उनको 2017 में यमन में अपने व्यवसायी साझेदार तलाल अब्दो महदी की हत्या का दोषी पाया गया था। 2020 में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई और 2023 में यमन की अदालत ने उनकी अंतिम अपील खारिज कर दी।

निमिषा प्रिया ने 2008 में नर्स के रूप में काम करने के लिए यमन गई थीं। वहां उन्होंने एक क्लिनिक शुरू किया, लेकिन यमनी कानून के अनुसार, विदेशियों को स्थानीय व्यक्ति के साथ साझेदारी करनी होती है। इसीलिए निमिषा ने तलाल अब्दो मेहदी नामक यमनी नागरिक को अपना साझेदार चुना। आरोप है कि मेहदी ने निमिषा के साथ धोखा किया, उनके पैसे हड़प लिए और शादी का झूठा दावा करके उन्हें परेशान किया। निमिषा के परिवार का कहना है कि मेहदी ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। 2017 में निमिषा ने अपना पासपोर्ट वापस लेने के लिए मेहदी को बेहोश करने की कोशिश की, लेकिन दवा की अधिक मात्रा के कारण मेहदी की मृत्यु हो गई। घबराहट में निमिषा और उनकी एक सहयोगी नर्स ने शव को टुकड़ों में काटकर पानी की टंकी में फेंक दिया।

खबरों के मुताबिक, निमिषा के परिवार और समर्थकों ने 10 लाख डॉलर की पेशकश की है, लेकिन माफी के लिए मृतक के परिजनों की सहमति जरूरी है। निमिषा 2008 में नर्स के रूप में यमन गई थीं और बाद में महदी के साथ मिलकर क्लीनिक शुरू किया। 2017 में महदी की मौत के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वह वर्तमान में सना की सेंट्रल जेल में बंद हैं। निमिषा को बचाने के लिए काम कर रहे एक संगठन का कहना है कि 16 जुलाई को उनकी फांसी हो सकती है। एकमात्र उम्मीद यह है कि महदी का परिवार ब्लड मनी स्वीकार कर निमिषा को माफ कर दे।

TAGGED:Keralasupreme courtTop_NewsYemen
Previous Article CG Vidhansabha Mansoon Session छत्तीसगढ़ विधानसभा : RI और प्रोफेसर भर्ती गड़बड़ी में अपने ही विधायकों के सवालों से घिरी साय सरकार
Next Article गोवा और हरियाणा में नए राज्यपाल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी संवैधानिक नियुक्तियों को मंजूरी
Lens poster

Popular Posts

किससे जंग की तैयारी में बांग्लादेश? तैनात किए युद्धपोत और हेलीकॉप्टर

लेंस डेस्‍क। बांग्लादेश ने अपने समुद्री इलाकों में युद्धपोत और गश्ती हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं,…

By अरुण पांडेय

गोवा नाइट क्लब के मालिकों को थाईलैंड से वापस लाना नहीं होगा आसान, कौन हैं लूथरा ब्रदर्स ?

Goa Nightclub Fire: गोवा के अरपोरा इलाके में स्थित 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब…

By पूनम ऋतु सेन

क्या धनतेरस सोने, चांदी, गाड़ी, मकान खरीदने का ही दिन है या स्वास्थ्य रूपी धन की ज्यादा जरूरत : डॉ. दिनेश मिश्र

'धन तेरस का धन से कोई संबंध नहीं है!' वास्तव में धनतेरस का उस धन…

By Editorial Board

You Might Also Like

Kailash Vijayvargiya
अन्‍य राज्‍य

ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ पर कैलाश विजयवर्गीय की अजीब सलाह, बोले – खिलाड़ी जब बाहर निकलें तो…

By अरुण पांडेय
Dismissal of JNU professor
देश

जापानी दूतावास की शिकायत पर जेएनयू में एक्‍शन, यौन दुराचार मामले में प्रोफेसर स्वर्ण सिंह बर्खास्त

By अरुण पांडेय
Akon Viral Video
स्क्रीन

बेंगलुरु कॉन्सर्ट में अकॉन के साथ फैंस की बदतमीजी, पैंट खींचे जाने का वीडियो वायरल

By पूनम ऋतु सेन
Varinder Ghuman
स्क्रीन

बॉडी-बिल्डर वरिंदर घुमन की हार्ट अटैक से मौत, सलमान खान की ‘टाइगर 3’ में निभा चुके थे अहम रोल

By दानिश अनवर

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?