रायपुर। छत्तीसगढ़ में 14 जुलाई से विधानसभा के मानसून सत्र (Vidhansabha Monsoon Satra) की शुरूआत होने जा रही है। इससे ठीक एक दिन पहले कांग्रेस और भाजपा ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। कांग्रेस पार्टी के विधायकों की बैठक राजीव भवन में रखी गई है। वहीं भाजपा के विधायक दल की बैठक शाम 7:30 बजे नए मुख्यमंत्री निवास नया रायपुर में रखी गई है।
राजीव भवन में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व में विधायक दल की बैठक 4 बजे से शुरू हो गई है। बैठक में पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत करीब डेढ़ दर्जन विधायक मौजूद थे। पूर्व विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को भी इस बैठक में बुलाया गया है। इस बैठक में मानसून सत्र के दौरान सत्ता पक्ष को घेरने पर चर्चा की गई। बैठक में कांग्रेस के आदिवासी विधायक नहीं पहुंचे, क्योंकि उन्हें राहुल गांधी के साथ देशभर के आदिवासी विधायकों की बैठक में शामिल होना था।
कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में सरकार को जिन मुद्दों पर घेरा जाना है, उप पर चर्चा की गई। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बताया कि विधानसभा में इस बार कांग्रेस पार्टी युक्तियुक्तकरण, खाद, शराब दुकान जैसे मसलों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान नहीं बन रहे, नई शराब दुकानों, जंगलों की कटाई, बिजली बिल बढ़ोत्तरी, कृषि के लिए खाद बिक्री में अनियमितता, तेंदूपत्ता बोनस घोटाला में सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा कुछ मुद्दों पर अशासकीय संकल्प लिया जाएगा। विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाए जाएंगे। जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की गई है।
भाजपा के विधायक दल की बैठक शाम 7:30 बजे से नए मुख्यमंत्री निवास नया रायपुर में आयोजित की गई है। इस बैठक में भाजपा के विधायक, और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए हैं। बैठक में विपक्ष के सवालों को किस तरीके से काउंटर करना है इस पर चर्चा की गई। साथ ही कैबिनेट की बैठक में पारित किए गए प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई। भाजपा के विधायकों द्वारा लगाए गए सवालों के बारे में भी बैठक में बातचीत हुई है।