[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
राघोपुर से तेजस्वी के खिलाफ लड़ सकते हैं पीके, खुला चैलेंज
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
तालिबान के दबाव में विदेश मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में महिला पत्रकारों की एंट्री बैन
छत्तीसगढ़ संवाद के दफ्तर में झूमाझटकी, मामला पुलिस तक
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

मोहन भागवत ने जो फरमाया है

Editorial Board
Last updated: July 11, 2025 9:31 pm
Editorial Board
Share
Mohan Bhagwat
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संघ के दिवंगत नेता मोरोपंत पिंगले पर केंद्रित पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम में इशारों-इशारों में 75 साल में रिटायरमेंट की बात कह कर एक नई बहस छेड़ दी है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़कर देखा जा रहा है, जो इसी साल 17 सितंबर को 75 साल के होने जा रहे हैं। भागवत ने पिंगले को याद करते हुए उनके शब्दों को दोहराया, “जब 75 साल की शॉल ओढ़ाई जाती है, तो इसका अर्थ होता है कि हमारी उम्र हो चुकी है और अब हमें थोड़ा किनारे हो जाना चाहिए।” वैसे देखा जाए, तो खुद भागवत भी 11 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे, जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने चुटकी भी ली है कि सितंबर में भागवत और मोदी दोनों रिटायर हो जाएंगे! अव्वल तो यह, कि न तो प्रधानमंत्री मोदी पर और न ही भागवत पर देश का संविधान ऐसी कोई बाध्यता लादता है कि वे 75 साल के होने पर अपने पदों से हट जाएं। जहां तक आरएसएस की बात है, तो उसका प्रमुख चुनना उसका आंतरिक मामला है, लेकिन जब प्रधानमंत्री पद की बात आती है, तो पार्टी का मामला होने के साथ ही यह देश से भी जुड़ जाता है। दरअसल, यह सारी बहस उपजी ही भाजपा और संघ के भीतर से है, जब 2019 के लोकसभा चुनाव के समय लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे अपने वरिष्ठ नेताओं का टिकट काटकर बताया था कि पार्टी 75 साल से अधिक के उम्र के नेताओं को उम्मीदवार नहीं बना रही है। यह एलान किसी और ने नहीं खुद तत्कालीन भाजपा अध्यक्षअमित शाह ने किया था, जिन्हें गांधीनगर से आडवाणी की जगह उम्मीदवार बनाया गया था। हालांकि उससे पहले पार्टी आडवाणी, जोशी, यशवंत सिन्हा और शांता कुमार जैसे पचहत्तर पार के नेताओं को किनारे कर चुकी थी। वहीं उसने कर्नाटक में अपवाद बताते हुए बी एस येदियुरप्पा को 75 साल के बाद भी कमान सौंपी थी। जाहिर है, 75 साल का मुद्दा सियासी है और उस पर पार्टी अपनी सुविधा से राय बदलती रही है। यह भी गौर किया जाना चाहिए कि भाजपा ही नहीं तमाम पार्टियां युवाओं को आगे लाने की बातें तो करती हैं, लेकिन उम्र को लेकर किसी भी पार्टी ने कोई कड़ा नियम नहीं बनाया है। सारे फैसले सियासी जरूरतों के अनुसार ही लिए जाते हैं। वास्तव में प्रधानमंत्री की उम्र मायने नहीं रखती। असल में भागवत के बयान को भाजपा और संघ के बीच की खींचतान के रूप में देखने की जरूरत है, जिसका पता इसी से चलता है कि खुद को दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बताने वाली भाजपा अभी तक अपना नया अध्यक्ष नहीं ढूंढ़ पाई है। वैसे यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या खुद मोहन भागवत 11 सितंबर को 75 साल का होने पर संघ प्रमुख के पद से हटकर प्रधानमंत्री मोदी पर कोई नैतिक दबाव बनाएंगे

TAGGED:Amit ShahLens SampadkiyaMohan BhagwatNarendra Modi
Previous Article Attack on journalist in Raipur छत्तीसगढ़ में फिर पत्रकार पर हमला, राजधानी में खबर बनाने गए पत्रकारों को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पीटा, कैमरा भी तोड़ा
Next Article Naxalites surrendered 22 माओवादियों ने बस्तर में किया सरेंडर, इनमें हथियारबंद नक्सली कोई भी नहीं
Lens poster

Popular Posts

आंसुओं से उम्मीद तक, भूकंप ने छीना सबकुछ, फिर भी जिंदा है हौसला

द लेंस डेस्क। 28 मार्च 2025 की सुबह म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप…

By पूनम ऋतु सेन

चौथे दिन भी ईरान और इजरायल में लड़ाई जारी, ईरान के विदेश मंत्रालय को बनाया निशाना, इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला

शुक्रवार से शुरू हुए ईरान और इजराइल के बीच की लड़ाई चौथे दिन भी जारी…

By The Lens Desk

मणिपुर में राष्ट्रपति शासन के बीच नया सियासी मोड़, भाजपा ने किया सरकार बनाने का दावा  

द लेंस डेस्क। मणिपुर (manipur) में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच भारतीय जनता पार्टी…

By Amandeep Singh

You Might Also Like

RAJASTHAN JHALAWAR SCHOOL
लेंस संपादकीय

उन बच्चों की मौत के गुनहगार कौन हैं?

By Editorial Board
Trump tariff on films
लेंस संपादकीय

ट्रंप का मनमाना कदम

By Editorial Board
Tandula eco resort
लेंस संपादकीय

तांदुला इको-रेसॉर्टः नदियों का सौदा करने वाले

By Editorial Board
SCO
English

SCO : is not about us

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?