अहमदाबाद। गुजरात के वडोदरा में एक पुल गिरने की खबर हाल ही में आई थी, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी। अब अहमदाबाद का हाटकेश्वर ओवर ब्रिज अपनी जर्जर हालत की वजह से चर्चा में बना हुआ है।
इस पुल का उद्घाटन 2017 में हुआ था। 2021 से इसमें गड्ढे दिखने शुरू हुए और पांच साल बाद 2022 में स्टेबिलिटी टेस्ट के बाद इसे जर्जर घोषित कर बंद कर दिया गया। आपको बता दें कि इस पुल को 42 करोड़ रुपये खर्च कर बनाया गया था और अब इसे तोड़ने में 3.9 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अहमदाबाद नगर निगम ने पुल तोड़ने का टेंडर एक कंपनी को दिया है।
हाटकेश्वर ब्रिज का निर्माण कार्य अजय इन्फ्रा कंपनी ने 2015 में शुरू किया था, और इसका उद्घाटन 30 नवंबर 2017 को हुआ। हालांकि, निर्माण के सिर्फ चार साल बाद, मार्च-अप्रैल 2021 में ब्रिज की सतह पर गड्ढे दिखाई देने लगे। इस वजह से कुछ समय के लिए ब्रिज को बंद करना पड़ा। इसके बाद 2022 तक ब्रिज की दो से तीन बार मरम्मत की गई।
साल 2022 में स्टेबिलिटी टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ब्रिज को तोड़ने का निर्णय लिया गया, लेकिन यह जर्जर संरचना अभी भी खड़ी है। इससे आसपास के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। यह ब्रिज ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए बनाया गया था, लेकिन इसकी आवाजाही बंद होने से क्षेत्र में यातायात की समस्या और गंभीर हो गई। इसके विरोध में स्थानीय लोग और दुकानदार कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं।
मीडिया खबरों के अनुसार, अहमदाबाद नगर निगम ने जानकारी दी है कि ब्रिज को तोड़ने का कार्य बारिश के मौसम के बाद शुरू होगा। साथ ही तोड़ने की प्रक्रिया के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आसपास के इलाकों में ट्रैफिक की कोई दिक्कत न हो। अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन देवांग दानी ने बताया कि जर्जर हाटकेश्वर ब्रिज को ध्वस्त करने का ठेका 3.9 करोड़ रुपये में गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है।