[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
आंदोलन की खबर

असम में पावर प्रोजेक्‍ट के लिए 14 सौ परिवार जमीन से बेदखल, ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन तेज

Lens News Network
Lens News Network
ByLens News Network
Follow:
Published: July 9, 2025 2:31 PM
Last updated: July 9, 2025 9:18 PM
Share
Protest in Assam
SHARE

द लेंस डेस्‍क। असम के धुबरी जिले में प्रस्तावित थर्मल पावर परियोजना को लेकर विरोध तेज हो गया है। इस परियोजना से करीब 1,400 परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनमें ज्यादातर बंगाली भाषी मुस्लिम हैं। जहां इस परियोजना का काम चल रहा है, वह जगह धुबरी शहर से 55 किलोमीटर दूर है। परियोजना के लिए बड़े पैमाने पर बेदखली अभियान चलाकर जमीन खाली कराया गया है। विपक्षी दलों ने इसे “गैरकानूनी और असंवैधानिक” करार दिया, तो नहीं प्रभावितों ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है।

धुबरी जिला प्रशासन ने चापोर सर्कल के तहत तीन गांवों चारुवाबाखरा, संतोषपुर और चिरकुता में लगभग 3,500 बीघा सरकारी जमीन खाली कराने के लिए 50 जेसीबी मशीनें और बुलडोजर लगाए गए थे। द टेली ग्राफ की खबर के अनुसार,  खाली की गई जमीन असम पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एपीडीसीएल) को सौंपी जाएगी, जो थर्मल पावर परियोजना के लिए निजी कंपनियों को शामिल करने के लिए निविदाएं जारी करने की योजना बना रही है। हालांकि निविदा प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन स्थानीय लोग और कार्यकर्ता आरोप लगा रहे हैं कि यह जमीन संभवत अदानी समूह को पट्टे पर दी जाएगी।

मंगलवार को जमीन खाली कराने के अभियान से पहले ही लगभग 90 प्रतिशत परिवारों ने अपने घर खाली कर दिए थे, लेकिन चारुवाबाखरा में तनाव बढ़ गया। वहां ग्रामीणों ने दो जेसीबी मशीनों को नुकसान पहुंचाया और पथराव किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

स्थानीय प्रशासन का दावा है कि यह अभियान शांति पूर्ण ढंग से शाम 6 बजे तक पूरी हो गई। अधिकारियों ने बताया कि 400 परिवारों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है, जबकि 197 भूमि पट्टाधारकों को लोक निर्माण विभाग के मूल्यांकन के बाद मुआवजा दिया जाएगा। बेदखली की प्रक्रिया अप्रैल के मध्य में शुरू हुई थी, जिसके बाद दावों और आपत्तियों का निपटारा किया गया। पिछले सप्ताह अंतिम नोटिस जारी किए गए थे, जिसमें अतिक्रमणकारियों को सोमवार तक स्वेच्छा से जमीन खाली करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई पर कोई अदालती रोक नहीं थी।

विपक्षी नेता और रायजोर दल के अध्यक्ष अखिल गोगोई ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने बेदखली को अल्पसंख्यकों पर हमला करार देते हुए इसे असंवैधानिक और गैरकानूनी बताया। उन्होंने दावा किया कि गुवाहाटी हाई कोर्ट के तीन मौजूदा स्थगन आदेश हैं। हालांकि, जिला प्रशासन ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कोई आदेश प्रभावी नहीं है।

गोगोई ने यह भी आरोप लगाया कि न तो स्थानीय एआईयूडीएफ विधायक और न ही धुबरी के कांग्रेस सांसद ने प्रभावित परिवारों का दौरा किया या उनकी मदद की। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “ये लोग 40 साल से यहां रह रहे हैं। कुछ लोगों ने अधिक समय मांगा, कुछ मुआवजे से असंतुष्ट थे, और कुछ को अभी तक कुछ नहीं मिला है।”

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि 90 प्रतिशत लोग स्वेच्छा से चले गए। उन्होंने दोहराया कि सरकारी और पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील जमीन को वापस लेने के लिए ऐसे अभियान जारी रहेंगे।

सत्तारूढ़ भाजपा ने सरकार का समर्थन करते हुए इस अभियान को असम के मूल निवासियों की पहचान और जमीन की रक्षा के लिए जरूरी बताया। पार्टी ने एक बयान में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर “बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों” को वोट बैंक की राजनीति के लिए इस क्षेत्र में बसाने का आरोप लगाया।

हाल ही में नलबारी, लखीमपुर, गोलपारा और कामरूप मेट्रो जिलों में भी बेदखली अभियान चलाए गए हैं। राजनीतिक विरोध के बावजूद, सरकार ने संकेत दिया कि “लंबे समय तक सार्वजनिक कल्याण और पर्यावरण संरक्षण” के हित में बेदखली नीति जारी रहेगी।

कांग्रेस सांसद राकिबुल हुसैन ने बेदखली को “अमानवीय और असंवैधानिक” बताया और कहा कि “सरकार स्पष्ट रूप से अदानी के इशारों पर चल रही है।” उन्होंने कहा कि 24 जून को एक अदालती स्थगन आदेश के बावजूद यह कार्रवाई की गई थी, और अगली सुनवाई 22 जुलाई को निर्धारित है।

TAGGED:Latest_NewsProtest in Assamthermal power project
Previous Article fighter jet crash राजस्‍थान के चूरू में वायुसेना का जगुआर क्रैश, पायलट और को-पायलट ने गंवाई जान
Next Article DG- IG Conference Chhattisgarh छत्तीसगढ़ में पहली बार DG-IG सम्मेलन, पीएम करेंगे अध्यक्षता, इन बातों पर होगी चर्चा
Lens poster

Popular Posts

मांगा था प्रधानमंत्री आवास, लेकिन मिला बुलडोजर

रायपुर। ''एक शेर है, एक उम्र लग जाती है आशियाना बनाने में, तुम एक पल…

By नितिन मिश्रा

असम में 18 साल से ऊपर वालों का नहीं बनेगा आधार, एसटी-एससी और चाय बागान मजदूरों को छूट  

गुवाहाटी। असम सरकार ने फैसला किया है कि राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र…

By अरुण पांडेय

छत्तीसगढ़ के चिरमिरी कोयला खदान में विस्फोट , 10 घायल, दो की हालत गंभीर

रायपुर। कोल इंडिया के साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (SECL) के चिरमिरी कोयला खदान (Chirmiri Coal…

By Lens News

You Might Also Like

Weather Update
देश

उत्तर भारत में सर्दी का कहर, ला-नीना से तापमान में भारी गिरावट, दक्षिणी राज्यों में बारिश

By पूनम ऋतु सेन
Chhattisgarh Drug Cartel
छत्तीसगढ़

पाक के ड्रग्स की छत्तीसगढ़ में सप्लाई, मां-बेटा चला रहे थे सिंडिकेट, पुलिस ने दोनों को पकड़ा, 2 ड्रग कार्टल ध्वस्त करने का दावा

By दानिश अनवर
अन्‍य राज्‍य

हैदराबाद-बेंगलुरु रूट पर भयानक बस हादसा, आग से 20 की दर्दनाक मौत

By पूनम ऋतु सेन
Kuppam
अन्‍य राज्‍य

आंध्रप्रदेश में रोते बच्चे के सामने महिला को पेड़ से बांधकर पीटा, सीएम चंद्रबाबू के क्षेत्र में टीडीपी कार्यकर्ता ने की पिटाई, वीडियो

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?