रायपुर। इस बार छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय DG, IG सम्मेलन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इस साल के दिसंबर महीने में सम्मेलन का आयोजन होगा। नया रायपुर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) में इसका आयोजन संभावित है। यह पहली बार होगा जब छत्तीसगढ़ इस बड़े सम्मेलन की मेजबानी करेगा। पुलिसिंग को स्मार्ट करने और पुलिसिंग में आने वाली समस्याओं औऱ समाधानों पर चर्चा की जाएगी। DG- IG Conference Chhattisgarh
राष्ट्रीय DG, IG सम्मेलन में देश के सभी DG और IG रैंक के अधिकारी सिरकत करेंगे। तीन दिनों के इस सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्य मंत्री, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय पुलिस संगठन के प्रमुख भी शामिल होंगे।
अपराधों को लेकर होगी समीक्षा
राष्ट्रीय DG, IG सम्मेलन में प्रधानमंत्री सभी राज्यों के पुलिस बलों के प्रमुख और अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मौजूदा और उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इन चुनौतियों में वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नारकोटिक्स, साइबर अपराध और आर्थिक सुरक्षा शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिनिधि अपने-अपने राज्यों में नए आपराधिक कानूनों और पहलों, और पुलिसिंग में सर्वोत्तम प्रथाओं के कार्यान्वयन में प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
स्मार्ट पुलिसिंग पर होगी चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी “स्मार्ट’ पुलिसिंग” के पुलिस से रणनीतिक, सतर्क, अनुकूलनीय, विश्वसनीय और पारदर्शी बनाने पर भी चर्चा करेंगे। ‘स्मार्ट’ पुलिसिंग का यह विचार प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में गुवाहाटी में आयोजित सम्मेलन में पेश किया था। इसमें भारतीय पुलिस को सख्त और संवेदनशील, आधुनिक और मोबाइल, सतर्क और जवाबदेह, विश्वसनीय और उत्तरदायी, तकनीक-प्रेमी और प्रशिक्षित (स्मार्ट) बनाने के लिए प्रणालीगत बदलाव की परिकल्पना की गई है।
पुलिसिंग में AI के इस्तेमाल पर चर्चा
पुलिसिंग में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर भी चर्चा की जाएगी। कई राज्यों में अपराधियों को पकड़ने के लिए AI का इस्तेमाल किया जा रहा है। अन्य राज्यों में भी AI के इस्तेमाल से पुलिसिंग को स्मार्ट बनाने के लिए चर्चा की जा सकती है। अभी दिल्ली पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) तकनीक का उपयोग कर रही है, जिसमें 3 लाख से अधिक अपराधियों का डेटाबेस है और यह मास्क पहने चेहरों को भी पहचान सकता है। अन्य राज्यों जैसे बरेली, कानपुर और गुजरात में भी पुलिस AI का इस्तेमाल कर रही है। उधर गुरुग्राम पुलिस ने थानों में फीडबैक के लिए QR कोड सिस्टम शुरू किया है।
इस बार छत्तीसगढ़ करेगा मेजबानी
राष्ट्रीय DG, IG सम्मेलन देश के असम, गुजरात, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उड़ीसा में आयोजित किया जा चुका है। अब छत्तीसगढ़ को सम्मेलन आयोजित करने का मौका मिला है। दिसंबर 2025 में इस सम्मेलन का आयोजन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) में संभावित है।