रायपुर। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (Congress-BJP) राष्ट्रीय नेता सोमवार को छत्तीसगढ़ में थे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे रायपुर में ‘किसान, जवान, संविधान’ रैली को संबोधित करने आए थे। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सरगुजा संभाग के मैनपाट में आयोजित सांसद विधायक प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन करने पहुंचे थे। रैली से खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से लेकर छत्तीसगढ़ की सरकार पर हमला बोला। तो वहीं, जेपी नड्डा ने विपक्ष पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया। साथ ही भाजपा के सांसदों और विधायकों को भ्रष्टाचार से बचने की हिदायत दी।
दोनों ही पार्टियों के अध्यक्षों के दिल्ली वापस लौटने के बाद मंगलवार को छत्तीसगढ़ की राजनीति इन्हीं दोनों के बयानों पर टिकी रही। खरगे के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने हमला बोला। इसके बाद शाम को वन मंत्री केदार कश्यप ने गृहमंत्री अमित शाह को लेकर दिए बयान पर राहुल गांधी को घेरने की कोशिश। वहीं, जेपी नड्डा के भ्रष्टाचार से बचने की नसीहत पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज हमलावर हो गए।
मंगलवार को सबसे पहला बयान भाजपा अध्यक्ष सिंह देव का आया। सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए जिन आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है, वह कांग्रेस के डीएनए में जमी घोर-आदिवासी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। केदार कश्यप ने गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरों पर उठाए गए सवाल को कांग्रेस की स्तरहीन और ओछी राजनीतिक सोच का परिचायक बताया है। केदार कश्यप ने कहा कि अगर उन्हें अमित शाह के छत्तीसगढ़ आने से तकलीफ है तो श्री खरगे यह भी बताएं कि उनके नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बार-बार विदेश क्यों जाते हैं? उन देशों में भी राहुल गांधी का घर या ससुराल तो नहीं है।
इन दोनों के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने नड्डा की मंत्री विधायकों को दी नसीहत को जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट मंत्रियों पर कार्रवाई बीजेपी क्यों नहीं करती है? दीपक बैज ने इस हिदायत को सिर्फ राजनीतिक नौटंकी बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से त्रस्त जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश की गई है। जब नड्डा को पता है कि उनके मंत्री और विधायक ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं, कमीशन और भ्रष्टाचार की काली कमाई में भाजपा के मंत्री विधायकों की हिस्सेदारी है। ऐसे में वह भ्रष्ट मंत्री और विधायकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं?
प्रेस नोट के जरिए बयान बाजी के अलावा सोशल मीडिया में भी दोनों ही पार्टियों की तरफ से एक-दूसरे के नेताओं पर बयानबाजी चल रही है। खरगे के सोमवार को रैली के दौरान जल, जंगल, जमीन को लेकर दिए बयान को प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने वीडियो पोस्ट करते हुए एक्स पर लिखा, ‘मंच पर ही जमीन घोटाला कर दिया, क्योंकि जमीन हड़पने का काम कांग्रेसी करते हैं।’ विजय शर्मा ने ये पोस्ट खरगे के भाषण के कुछ ही घंटों के बाद दिया था। दरअसल, खरगे जब रैली में केेंद्र और राज्य सरकार को टारगेट कर रहे थे, ‘जल, जंगल, जमीन’ बोलने के दौरान वे जमीन भूल गए और फिर तीनों चीजें कहा। इसी बात का वीडियो डिप्टी सीएम ने पोस्ट किया।
मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जेपी नड्डा के बयान पर आधारित आज प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट X पर पोस्ट की। इसके साथ ही तात्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कमीशन वाले बयान की मीडिया रिपोर्ट भी अटैच किया। इसमें भूपेश बघेल ने लिखा, ‘इनके प्रशिक्षण शिविरों का एजेंडा भ्रष्टाचार ही रहता है। # भाजपा_मतलब_भ्रष्टाचार।’

इतना ही नहीं इसके बाद भूपेश बघेल ने भाजपा प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने आए विनोद तावड़े को लेकर भी पोस्ट किया। भूपेश बघेल ने फोटो और वीडियो के साथ X पर इसे पोस्ट किया है। महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा के महासचिव की 5 करोड़ रुपए कैश कांड के बारे में लिखा कि ‘आज उन्हीं विनोद तावड़े को छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बुलाकर सांसद-विधायकों को प्रशिक्षण दिलवाया गया है।’
इस तरह छत्तीसगढ़ में सोशल मीडिया में कांग्रेस और भाजपा नेताओं की तरफ से बयानबाजी शुरू हो गई है।