नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए अमेरिका गए सांसद शशि थरूर के प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक युवा भाजपा सांसद द्वारा प्रोटोकॉल दरकिनार कर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मीडिया की खबरों में दावा किया जा रहा है कि ट्रंप ने अपने निजी आवास पर अनौपचारिक मुलाकात के दौरान उक्त सांसद को जिस तरह का जवाब दिया उस जवाब से सांसद ने शर्मिंदगी महसूस की।
इस बीच, कई विपक्षी नेताओं ने सांसद के अपरिपक्व आचरण पर सवाल उठाए, जिन्होंने कथित तौर पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मिलिंद देवड़ा की ट्रंप जूनियर से मुलाकात के बाद स्वयं प्रेसिडेंट ट्रंप से बैठक का जुगाड़ किया और इस तरह उन्होंने सभी राजनयिक प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा दी।
बीजेपी आलाकमान ने लगाई फटका
एक अंग्रेजी दैनिक में इस संदर्भ में प्रकाशित लेख में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत लौटने के बाद भाजपा आलाकमान ने तीन वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उक्त सांसद को उनके कृत्य के लिए फटकार लगाई।
7 जून को अमेरिकी यात्रा समाप्त करने वाले प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य थे सरफराज अहमद (जेएमएम), गंती हरीश मधुर बालयोगी (टीडीपी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), तेजस्वी सूर्या (भाजपा) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत संधू।
ट्रंप ने की सांसद की बेइज्जती
खबरों के मुताबिक उक्त सांसद को एक पुराने मित्र द्वारा फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के निजी आवास – मार-ए-लागो – पर ले जाया गया था।रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा सांसद को ट्रंप से ऐसे व्यक्ति के रूप में मिलवाया गया जो “देश के मुखिया के बहुत करीबी हैं।” हालांकि रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के खास अंदाज में सांसद के प्रति उनका व्यवहार सम्मानजनक नहीं था और उन्होंने ऐसी टिप्पणियां कीं जो कथित तौर पर काफी आहत करने वाली थीं। इस बीच, कांग्रेस की केरल इकाई ने एक्स पर पूछा कि क्या वह व्यक्ति बेंगलुरु दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या हैं?

प्रियांक बोले ‘भारत की संस्थागत अखंडता का अपमान’
कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खरगे ने कथित यात्रा पर कई सवाल उठाए और कहा कि यह भारत की संस्थागत अखंडता और कूटनीतिक प्रतिष्ठा का गंभीर अपमान है। “यदि भाजपा सांसद के अपरिपक्व दृष्टिकोण की यह खबर सही है, तो यह शर्मनाक है। गंभीर सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि
- एक वर्तमान सांसद ने किसी राष्ट्राध्यक्ष से मिलने के लिए सभी स्थापित राजनयिक प्रोटोकॉल को कैसे दरकिनार किया?
- क्या विदेश मंत्रालय (MEA) को किसी भी स्तर पर सूचित किया गया या उससे परामर्श किया गया?
- जब आप एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, तो इस अपरिपक्व आचरण को क्या उचित ठहराया जा सकता है?
खरगे ने एक्स पर लिखा, “यह युवा भाजपा सांसद कौन है और सरकार ने इस शिष्टाचार उल्लंघन को दूर करने के लिए क्या कार्रवाई की है?