बीजापुर। Naxal Opration बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया में शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने ₹08 लाख का इनामी माओवादी डिप्टी कमांडर सोढ़ी कन्ना का शव हथियार सहित बरामद हुआ। मारा गया नक्सली मिलिट्री कम्पनी का स्नाइपर था। नक्सली सोढ़ी कन्ना जगरगुंडा थाना क्षेत्र के किस्तारम का रहने वाला है। मुठभेड़ स्थल से एक 303 रायफल, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किए गए। मुठभेड़ के बाद इलाके में जवानों का सर्चिंग अभियान लगातार जारी है।
जानकारी के मुताबिक नेशनल पार्क एरिया में माओवादियों के बड़े कैडरों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबल के जवानों की संयुक्त टीम को सर्चिंग के लिए रवाना किया गया था। सर्चिंग के दौरान जवानों और माओवादियों के बीच 04 जुलाई से रुक रुककर मुठभेड़ जारी थी। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र यादव ने बताया कि जिले के नेशनल पार्क क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, एसटीएफ, कोबरा 202, कोबरा 210 एवं सीआरपीएफ यंग प्लाटून की संयुक्त टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
सोढ़ी कन्ना टेकलगुड़ियम क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों, धरमारम कैंप पर हमले समेत कई बड़ी वारदातों में शामिल रहा है। वह सीसीएम माड़वी हिडमा का सहयोगी था और बटालियन में स्नाइपर के रूप में कार्यरत था। उसके मारे जाने से माओवादी संगठन को स्नाइपर क्षमताओं के लिहाज से भारी क्षति हुई है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि 2024 में प्राप्त निर्णायक सफलताओं को आगे बढ़ाते हुए, वर्ष 2025 में भी बस्तर संभाग में प्रतिबंधित एवं गैरकानूनी सीपीआई (माओवादी) संगठन के विरुद्ध सुरक्षा बलों द्वारा सघन, रणनीतिक एवं निरंतर अभियान संचालित किए जा रहे हैं। बीते 18 महीनों (2024–25) में अब तक 415 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं यह आँकड़ा सुरक्षा बलों की कुशल योजना, साहसिक कार्रवाई और जनसमर्थन का स्पष्ट प्रमाण है।
वहीं दूसरी ओर रविवार की रात नक्सलियों ने चिन्नाकोडेपाल गांव के पूर्व सरपंच की हत्या कर दी है। पूर्व सरपंच का नाम विजय जव्वा, वर्तमान में वार्ड पंच है। नक्सलियों ने पूर्व सरपंच की हत्या करने का बाद शव को रास्ते पर छोड़ दिया। पूरा मामला मोदकपाल थाना क्षेत्र के चिन्नाकोडेपाल गांव का है।