बढ़ती सियासी तकरार, युद्धोन्माद और ट्रेड वार को लेकर छिड़ी जंग के बीच आज दो युवा खिलाड़ियों ने सुखद एहसास कराने वाली कामयाबी हासिल की है। शतरंज के विश्व चैम्पियन डी गुकेश ने क्रोएशिया के जाग्रेब में चल रहे सुपर यूनाइटेड रैपिड एंड ब्लिट्ज टूर्नामेंट में दुनिया के नंबर एक शतंरज खिलाड़ी नार्वे के मैग्नस कार्लसन को पराजित कर दिखा दिया है कि वह अभी अपराजेय हैं। कमाल यह है कि 19 बरस के गुकेश ने महीने भर के भीतर कार्लसन को दूसरी बार शिकस्त दी है और साबित कर दिया है कि शतरंज की बिसात के वह बेताज बादशाह हैं। दूसरी ओर इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान शुभमन गिल ने दूसरे ही टेस्ट में रिकॉर्ड 269 रन बनाकर साबित कर दिया है कि वह सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की जगह लेने को तैयार हैं। वास्तव में शुभमन ने टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी तीसरी पारी में ही सर्वाधिक रन बनाकर सचिन, कोहली और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। यों तो क्रिकेट और शतरंज दोनों खेलों में कोई मेल नहीं है, लेकिन खेल चाहे जो भी हो, वह समर्पण और धैर्य के साथ ही संकल्प की मांग करता है। गुकेश हों या शुभमन, ये भारत की कामयाबी का फलसफा लिख रहे हैं और ये उन करोड़ों लोगों की उम्मीदें हैं, जिन्हें लगता है कि तमाम दुश्वारियों के बीच कुछ बेहतर किया जा सकता है।

