[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

पतंजलि को कोर्ट से एक और झटका, डाबर च्यवनप्राश के खिलाफ विज्ञापन दिखाने पर रोक

Lens News Network
Lens News Network
ByLens News Network
Follow:
Published: July 3, 2025 2:40 PM
Last updated: July 4, 2025 3:02 AM
Share
patanjali dabur dispute
SHARE

नई दिल्‍ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को पतंजलि को डाबर च्यवनप्राश के खिलाफ अपमानजनक विज्ञापन प्रसारित करने से रोकने का आदेश दिया। न्यायमूर्ति मिनी पुष्कर्णा ने डाबर की याचिका पर अंतरिम रोक का आदेश जारी किया। याचिका में कहा गया था कि पतंजलि का “स्पेशल च्यवनप्राश” डाबर च्यवनप्राश और सामान्य रूप से अन्‍य च्यवनप्राश की छवि खराब कर रहा है।

पतंजलि के विज्ञापन में दावा किया गया कि “अन्य किसी निर्माता को च्यवनप्राश बनाने का ज्ञान नहीं है,” जो सभी प्रतिस्पर्धियों को नीचा दिखाता है।न्यायमूर्ति पुष्कर्णा ने डाबर की अंतरिम राहत की मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि इस चरण पर डाबर की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले विज्ञापनों को रोकना जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा की आड़ में किसी कंपनी को दूसरों को बदनाम करने की छूट नहीं दी जा सकती।

इस मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई 2025 को होगी, जहां दोनों पक्ष विस्तृत तर्क पेश करेंगे। अदालत तब यह फैसला करेगी कि पतंजलि के विज्ञापनों पर स्थायी रोक लगेगी या नहीं।याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि पतंजलि के विज्ञापनों में आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में भ्रामक और गलत दावे किए गए हैं, जो डाबर च्यवनप्राश की तुलना में अपमानजनक हैं। इसमें अन्य च्यवनप्राश को “साधारण” कहकर उनकी गुणवत्ता को कमतर बताया गया है।

डाबर की ओर से अधिवक्ता जवाहर लाला और मेघना कुमार ने पक्ष रखा। याचिका में कहा गया कि पतंजलि ने यह गलत दावा किया कि अन्य निर्माताओं को आयुर्वेदिक ग्रंथों और च्यवनप्राश के फार्मूले की जानकारी नहीं है।

क्‍या है विवाद?

पतंजलि और डाबर के बीच विवाद का कारण पतंजलि का एक विज्ञापन है, जिसमें दावा किया गया कि उनके च्यवनप्राश में 51 जड़ी-बूटियां और हिंट हैं, जबकि डाबर के उत्पाद में केवल 40 जड़ी-बूटियां हैं। डाबर ने इसे गलत बताया और कहा कि विज्ञापन में डाबर च्यवनप्राश में मर्क्युरी होने का अप्रत्यक्ष दावा किया गया, जिसे बच्चों के लिए असुरक्षित बताया गया।

डाबर का कहना है कि इससे उनकी ब्रांड छवि को नुकसान पहुंचा है और ग्राहकों का वर्षों से बना विश्वास टूट रहा है। दूसरी ओर, पतंजलि का कहना है कि उनके विज्ञापन में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने इसे “पफरी” यानी एक सामान्य विज्ञापन रणनीति बताया, जिसमें ब्रांड अपने उत्पाद की प्रशंसा करता है बिना किसी प्रतिद्वंद्वी का नाम लिए। पतंजलि ने दावा किया कि उन्होंने डाबर का नाम नहीं लिया और न ही उनके उत्पाद की सीधी तुलना की।

TAGGED:ChyavanprashDelhi High CourtdisputepatanjaliTop_News
Previous Article Reliance Communications रिलायंस कम्युनिकेशन का लोन अकाउंट फ्रॉड घोषित, 404 अरब का कर्ज
Next Article MEDICAL COLLEGE RAIPUR रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हॉस्टल के लिए सिर्फ आश्वासन, सुविधा कब तक पता नहीं ?
Lens poster

Popular Posts

शिंदे आखिर किसको ताकत दिखाना चाहते हैं ?

मुंबई। “2022 में मैंने उन लोगों की गाड़ी पलट दी जिन्होंने मुझे हल्के में लिया…

By The Lens Desk

मुठभेड़ और न्यायेतर हत्या

रायपुर सेंट्रल जेल से रांची ले जाए जा रहे कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू की झारखंड…

By The Lens Desk

पीएम मोदी को कनाडा से बुलावा, मार्क कोर्नी ने फोन कर भेजा G-7 का आमंत्रण

द लेंस ब्यूरो/नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने शुक्रवार को फोन पर अपने…

By Lens News Network

You Might Also Like

लेंस रिपोर्ट

रफ्तार से होड़ लेते गिग वर्कर, 15 घंटे काम पर

By Amandeep Singh
Sheikh Hasina
दुनिया

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा, मानवता के विरुद्ध अपराधों में दोषी करार

By आवेश तिवारी
छत्तीसगढ़

वोट अधिकार यात्रा के दौरान राजनांदगांव में पायलट की हुंकार, कहा – भाजपा से मिला हुआ है चुनाव आयोग

By दानिश अनवर
PM Modi Manipur visit
देश

विकसित भारत, विकसित मणिपुर के नारे के साथ PM Modi की पूर्वोत्तर यात्रा

By आवेश तिवारी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?