The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कर्मचारी देर से आए तो कलेक्टर ने कान पकड़ कर मंगवाई माफी, कलेक्टर के निलंबन की उठ गई मांग
जवां रहने की सनक, भारत में Anti-Aging प्रोडक्ट्स का बढ़ता बाजार और इससे जुड़े खतरे
समिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष, जानिए उनके बारे में
महाराष्‍ट्र :  सरकारी कर्मचारी ले रही थीं ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ का लाभ,  2,289 महिलएं योजना से बाहर
गुड डे बिस्कुट में मिला जिंदा कीड़ा, ब्रिटानिया पर 1.5 लाख का जुर्माना, जानिए पूरा मामला
जब प्रेमचंद की छुटी शराब
रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हॉस्टल के लिए सिर्फ आश्वासन, सुविधा कब तक पता नहीं ?
पतंजलि को कोर्ट से एक और झटका, डाबर च्यवनप्राश के खिलाफ विज्ञापन दिखाने पर रोक
रिलायंस कम्युनिकेशन का लोन अकाउंट फ्रॉड घोषित, 404 अरब का कर्ज
धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन पर दर्शन के दौरान बागेश्वर धाम में हादसा, टीनशेड गिरा, यूपी के शख्स की मौत
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस रिपोर्ट
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • सरोकार
  • छत्तीसगढ़
  • वीडियो
  • More
    • स्क्रीन
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • आंकड़ा कहता है
    • टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स
    • धर्म
    • नौकरी
    • साहित्य-कला-संस्कृति
    • सेहत-लाइफस्‍टाइल
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.

Home » रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हॉस्टल के लिए सिर्फ आश्वासन, सुविधा कब तक पता नहीं ?

छत्तीसगढ़

रायपुर मेडिकल कॉलेज के छात्रों को हॉस्टल के लिए सिर्फ आश्वासन, सुविधा कब तक पता नहीं ?

Poonam Ritu Sen
Last updated: July 3, 2025 3:31 pm
Poonam Ritu Sen
Share
MEDICAL COLLEGE RAIPUR
MEDICAL COLLEGE RAIPUR
SHARE

रायपुर। 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे के अवसर पर डॉक्टर के कार्यक्रम में सीएम विष्णु देव साय पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ( MEDICAL COLLEGE RAIPUR ) पहुंचे थे, इस अवसर पर मेडिकल छात्रों ने हॉस्टल के डिमांड के लिए जमकर नारे लगाए ‘ we want hostel’ ke नारों से ऑडिटोरियम गूंज उठा। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे। यह नारे तब लगे जब सीएम संबोधन के बाद स्टेज पर बैठे, नारे सुनने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल पोडियम पर जाकर स्थिति संभालने की कोशिश की लेकिन छात्र नारे लगाते रहे।

इसके बाद द लेंस मेडिकल कॉलेज पहुंचा और वहां के बच्चों से बातचीत की, लेकिन मीडिया को देखकर शुरू में बच्चे सहम गए और कुछ भी कैमरा के सामने बोलने से मना कर दिया। बच्चों को अपने भविष्य की चिंता थी और कुछ कार्रवाई हो जाने के डर से छात्र बात करने से मना कर दिए। इसके बाद द लेंस के रिपोर्टर ने स्थिति को समझा और ऑफ द रिकॉर्ड बात करने के लिए छात्र राजी हुए।

छात्रों ने बताया की लड़कियों के लिए हॉस्टल की सुविधा है लेकिन लड़कों के लिए कोई हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है, न्यू बॉयज हॉस्टल NBH के नाम से एक टेंपररी हॉस्टल बनाया गया है जिसमें केवल 15 से 20 लड़के रहते हैं जबकि लगभग 250 से 300 लड़कों के लिए हॉस्टल चाहिए। नाम ना लिखे जाने की कंडीशन पर बच्चों ने बताया 2022 बैच के कुछ लोगों को हॉस्टल सुविधा दी गई है, 2023 बैच के किसी भी लड़कों को हॉस्टल नहीं मिला जबकि 2024 बैच से एक लड़के को हॉस्टल सुविधा मुहैया कराई गई है जबकि 2020 बैच का एडमिशन अगस्त से सितंबर में शुरू हो जाएगा ऐसे में संख्या और बढ़ जाएगी ।

छात्रों के अनुसार हॉस्टल के लिए बिल्डिंग 2 साल से बन रही है लेकिन अभी तक कंप्लीट नहीं हुई है, इसके लिए बच्चों की तरफ से कई बार एप्लीकेशन भी दिया जा चुका है रिसीविंग तो हो जाता है लेकिन उस पर बात कोई नहीं करता, नारेबाजी के बाद बच्चों को बुलाकर समझाइश जरूर दी गई और आश्वासन भी दिया गया कि जल्द ही हॉस्टल बना लिया जाएगा लेकिन कब तक यह नहीं पता।

जिन छात्रों से द लेंस ने बातचीत की उसमें कुछ लोग मेघालय के हैं, कुछ दिल्ली के और कुछ बिहार के हैं और एक छात्र जम्मूकश्मीर का। जम्मू कश्मीर के छात्र ने बताया कि जब वो यहां एडमिशन के लिए आया था तब यह पता था कि यहां हॉस्टल की सुविधा मिलेगी लेकिन एडमिशन लेने के बाद पता चला कि अभी हॉस्टल की बिल्डिंग अंडर कंस्ट्रक्शन है और कुछ दिनों में मिलने की संभावना है लेकिन 2 साल बीत गया है अभी तक हॉस्टल की सुविधा नहीं मिली। एडमिशन के वक़्त 4 से 5 दिन तक वह छात्र और उसके परिवार को होटल में रुकना पड़ा और एक हफ्ते की मेहनत के बाद उन्हें देवेंद्र नगर में रूम रेंट पर मिल पाया।

ऐसी ही स्थिति नॉर्थ ईस्ट के छात्रों और दिल्ली बिहार के छात्रों की भी है, छात्रों ने अपनी स्थिति बताते हुए द लेंस से कहा ‘ऑटो से आने जाने में आधे से 1 घंटे का समय जाता है, ऊपर से 7000 से 10000 रुपए किराया अलग से क्योंकि कैंपस के आसपास कोई भी रिहायशी इलाका नहीं है सबसे करीब में देवेंद्र नगर का इलाका है जहां रूम रेंट बहुत महंगा है। कैंपस के बाहर सिक्योरिटी की दिक्कतें भी है। नेशनल मेडिकल काउंसिल के गाइडलाइंस के मुताबिक हर कॉलेज में बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा होनी चाहिए जिसमें 70 फ़ीसदी छात्रों को हॉस्टल सुविधा दिलाना अनिवार्य है।’

बातचीत के दौरान छात्रों ने यह बताया की कॉलेज प्रबंधन को यह लगा कि हम हॉस्टल की सुविधा के लिए नहीं बल्कि हॉस्टल री-इंबर्समेंट फीस के लिए नारे लगा रहें हैं। जब प्रबंधन से बात की तब पता चला कि ये री-इंबर्समेंट केवल ऑन पेपर लिया जा रहा है जबकि उनके खातों में कोई अमाउंट ट्रांजेक्शन आज तक नहीं हुआ है। यानी हॉस्टल सुविधा के नाम से लिए जा रहे पैसे कहां जा रहें हैं इसका पता नहीं।

फिलहाल छात्रों को बारिश के दिनों में असुविधा बढ़ गई है और ऐसे में हॉस्टल की मांग हर दिन तेज हो रही है, डॉक्टर्स डे पर नारे तो लग गए लेकिन छात्रों को सिर्फ आश्वासन मिला है, अभी 2 साल से चल रहे अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग के पूरा होने और उन्हें वहां अपनी पढ़ाई पूरी हो जाने से पहले हॉस्टल मिलने का इंतजार है।

TAGGED:JNM RAIPURMEDICAL COLLEGE HOSTELMEDICAL COLLEGE RAIPURRaipur NewsTop_News
Share This Article
Email Copy Link Print
ByPoonam Ritu Sen
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article patanjali dabur dispute पतंजलि को कोर्ट से एक और झटका, डाबर च्यवनप्राश के खिलाफ विज्ञापन दिखाने पर रोक
Next Article Hindi Literature जब प्रेमचंद की छुटी शराब

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

रायपुर में NSUI ने कृषि विश्वविद्यालय का किया घेराव, कुलपति पर लगाए गंभीर आरोप

रायपुर। छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का छात्र संगठन NSUI ने घेराव किया। NSUI…

By Nitin Mishra

लोकतंत्र के ये कैसे सेनानी

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित 1975 के आपातकाल के दौरान जेल में रहे राजनीतिक कार्यकर्ताओं को…

By The Lens Desk

अजग-गजब : इंदौर में गंजेपन से छुटकारे के लिए जुटी भीड़, तो बुलढाणा में 300 लोगों के बाल जहरीला गेहूं खाने से झड़ गए !

इंदौर/मुंबई। बाल झड़ने से रोकने का सटीक इलाज मेडिकल साइंस भले ही न ढूंढ पाया…

By The Lens Desk

You Might Also Like

छत्तीसगढ़

झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू का एनकाउंटर, मुठभेड़ में पुलिस ने किया ढेर

By Nitin Mishra
DRAUPADI MURMU
देश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 67वें जन्मदिन पर देश भर से शुभकामनाएं

By The Lens Desk
अन्‍य राज्‍य

सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट में घुसने की कोशिश, दुर्ग का जितेंद्र कुमार सिंह गिरफ्तार

By Lens News Network
JNU Missing student Najeeb Ahmed
देश

JNU के लापता छात्र नजीब का केस बंद, कोर्ट ने सीबीआई को दी मंजूरी, मां ने कहा- अंतिम सांस तक करुंगी इंतजार

By Lens News Network
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?