चर्चा के दौरान बंद करवा दिए गए थे पत्रकारों के कैमरे
नई दिल्ली। नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में बिहार चुनाव के पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के संशोधन के खिलाफ रणनीति तैयार करने को लेकर बड़ी बैठक हुई। जिसमें इंडिया गठबंधन से जुड़ी लगभग सभी पार्टियों के अलावा भाजपा की पूर्व सहयोगी रही बीजू जनता दल के सांसदों के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व न्यायाधीश मौजूद रहे। कार्यक्रम में चर्चा के दौरान पत्रकारों के कैमरे बंद करवा दिए गए थे।
बैठक में स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने कहा कि हम इस आदेश को कदापि स्वीकार नहीं कर सकते। इंडिया गठबंधन की तात्कालिक बैठक बुलाने के साथ-साथ कुछ ठोस करने की आवश्यकता है। योगेंद्र यादव का कहना था कि आने वाले समय में यह पूरे देश में लागू किया जाएगा। चुनाव आयोग ने देश के एक बड़े मतदाता वर्ग को मतदान से वंचित करने का मन बना लिया है।

आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने दिल्ली चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली चुनाव की वोटर लिस्ट में हुई धाँधलियों को लेकर हमने चुनाव आयोग को सूचना दी थी, मगर उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। संजय सिंह का कहना था कि बिना पीएम की इच्छा के आयोग ऐसा आदेश जारी नहीं कर सकता।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि चुनाव आयोग का आदेश अप्रत्याशित था, इसका जवाब भी अप्रत्याशित होना चाहिए। भारत जोड़ो अभियान के महासचिव अजीत झा ने कहा कि यह आम जनता के बीच संदेश देना चाहता है कि मुसलमानों के खिलाफ कुछ हो रहा है। यह सीधे-सीधे लोगों से वोट छीनने की और अपनी सरकार बनाने की कोशिश है। अजीत झा का कहना था कि बड़े पैमाने पर इसके माध्यम से वोटरों को मतदान के अधिकार से वंचित करने की कवायद भी चल रही है। किसी भी कीमत पर इंडिया गठबंधन को इस पर बड़ी रैली और विधिक कार्रवाई करने की आवश्यकता है। कार्रवाई होगी, तभी संदेश जाएगा। यह एक सप्ताह के भीतर करने की आवश्यकता है।