नई दिल्ली। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सीनेट के एक विधेयक का समर्थन किया है, जो रूस के साथ आर्थिक संबंध जारी रखने वाले देशों पर 500 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा, जिसमें भारत और चीन भी शामिल हैं। रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि, “यदि आप रूस से उत्पाद खरीद रहे हैं और यूक्रेन की मदद नहीं कर रहे हैं, तो आपके उत्पादों पर संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले माल पर 500 प्रतिशत टैरिफ लगेगा। भारत और चीन अपने तेल भंडार का 70 प्रतिशत रूस से खरीदते हैं। वे उनकी वॉर मशीन को चालू रखते हैं।”
ट्रंप का यह दावा बना बिल लाने की वजह
प्रस्तावित कानून जिसे ग्राहम डेमोक्रेटिक सीनेटर रिचर्ड ब्लूमेंथल के साथ सह-प्रायोजित कर रहे हैं, रूस की युद्धकालीन अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने और यूक्रेन पर बातचीत की मेज पर उसे मजबूर करने के लिए ट्रंप द्वारा किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने से पहले ट्रंप ने कई मौकों पर ऐलान किया था कि पद संभालने के 24 घंटे के भीतर वे युद्ध खत्म करवा देंगे।
82 सीनेटरों ने किया हस्ताक्षर : अमेरिकी अखबारों का कहना है कि अब तक 82 सीनेटरों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं, जो रूस के 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद प्रतिबंधों को कड़ा करने के प्रयासों में से एक है।
ट्रंप ने कहा, बिल को आगे बढ़ाने का समय
ग्राहम ने एबीसी न्यूज को बताया, “मेरे बिल के 82 सह-प्रायोजक हैं। यह राष्ट्रपति को चीन, भारत और अन्य देशों पर टैरिफ लगाने की अनुमति देगा ताकि वे व्लादिमीर पुतिन की युद्ध मशीन का समर्थन करने से रुकें और उन्हें बातचीत की मेज पर लाया जा सके। कल पहली बार, राष्ट्रपति ट्रंप ने मुझसे कहा, जब मैं उनके साथ गोल्फ खेल रहा था, ‘अब आपके बिल को आगे बढ़ाने का समय आ गया है।”